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साल 2025 में दशहरा कब है

साल 2025 में दशहरा कब है

Dussehra 2025 Date: साल 2025 में इस दिन मनाई जाएगी विजयादशमी, कब मनाया जाएगा महालया पर्व 


नवरात्रि की शुरुआत सितंबर माह से ही हो जाएगी। विजयादशमी के दिन भगवान राम ने लंका के राजा रावण का वध किया था। इसी कारण से इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई। आइए जानें इस साल यानी 2025 में दशहरा पर्व कब मनाया जाएगा।

दुर्गा पूजा 2025 कब है? 


वैदिक पंचांग के अनुसार, दुर्गोत्सव, जो षष्ठी से प्रारंभ होकर विजयादशमी या दशहरा पर समाप्त होने वाले पांच दिवसीय उत्सव को दर्शाता है, 28 सितंबर से आरंभ होगा और 2 अक्टूबर, 2025 को समाप्त होगा।

इस साल कब मनाया जाएगा दशहरा? 


2025 में दशहरा 2 अक्टूबर को होगा। इस दिन गांधी जयंती का भी आयोजन किया जाता है। दशहरा की दशमी तिथि 1 अक्टूबर की शाम 7 बजे से प्रारंभ होकर 2 अक्टूबर की शाम 7 बजकर 10 मिनट तक चलेगी।

दुर्गा पूजा 2025 का कैलेंडर 


  • महालया: रविवार, 21 सितंबर, 2025 
  • महा पंचमी: शनिवार, 27 सितंबर, 2025 
  • महा षष्ठी: रविवार, 28 सितंबर, 2025 
  • महा सप्तमी: सोमवार, 29 सितंबर, 2025 
  • महा अष्टमी: मंगलवार, 30 सितंबर, 2025 
  • महानवमी: बुधवार, 1 अक्टूबर, 2025 
  • विजयादशमी/दशहरा: गुरुवार, 2 अक्टूबर, 2025

क्या होता है महालया? 


देवी पक्ष की शुरुआत देवी दुर्गा के पृथ्वी पर आगमन के साथ होती है, जो महालया अमावस्या के बाद के दिन से प्रारंभ होती है। यह पितृ पक्ष के समापन का संकेत होता है। बता दें कि महालया के अवसर पर हिंदू अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इसके अगले दिन देवी पक्ष की शुरुआत होती है, जिसके साथ चंडी पाठ सहित दुर्गा पूजा का आयोजन भी प्रारंभ होता है।

महालया 2025 कब है? वैदिक पंचांग के अनुसार, 2025 में पितृ पक्ष 7 सितंबर से प्रारंभ होकर 21 सितंबर को समाप्त होगा। महालया अमावस्या, जो पितृ पक्ष का अंतिम दिन है, 2025 में रविवार, 21 सितंबर को मनाई जाएगी।

महालया 2025 कब है?


वैदिक पंचांग के अनुसार, 2025 में पितृ पक्ष 07 सितंबर से प्रारंभ होकर 21 सितंबर को समाप्त होगा। महालया अमावस्या, जो पितृ पक्ष का अंतिम दिन है, 2025 में बुधवार, 21 सितंबर को मनाई जाएगी।

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चैत्र नवरात्रि धनलाभ के उपाय

सनातन धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है। यह पर्व मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना के लिए मनाया जाता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से 6 अप्रैल 2025 तक मनाई जाएगी।

चैत्र नवरात्रि के बीज मंत्र

चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। इस पर्व में माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है और भक्त पूरे विधि-विधान से व्रत रखते हैं। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से प्रारंभ होकर 6 अप्रैल 2025 को समाप्त होगी।

रामनवमी के उपाय

चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और इसकी नवमी तिथि को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

चैत्र नवरात्रि में इन गलतियों से बचें

सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। यह पर्व मां दुर्गा की साधना और शक्ति की उपासना के लिए समर्पित होता है। चैत्र नवरात्रि 2025 का शुभारंभ 30 मार्च को हो रहा है और 6 अप्रैल को इसका समापन होगा।

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