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विवाह मुहूर्त जुलाई 2025

विवाह मुहूर्त जुलाई 2025

July 2025 Vivah Muhurat: जुलाई 2025 में क्यों नहीं है विवाह के शुभ मुहूर्त? यहां जानें वजह 

जुलाई का महीना शुरू हो चुका है। अगर आप इस महीने में शादी करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको पहले विवाह के शुभ मुहूर्त और नक्षत्रों की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। हालांकि, जुलाई 2025 में विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है, क्योंकि इस महीने देवशयनी एकादशी पड़ रही है, जो भगवान विष्णु की योगनिद्रा की शुरुआत का प्रतीक है। इस अवधि में विवाह और अन्य शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है, जो लगभग चार महीने तक चलती है। यदि आप ज्योतिष और शुभ मुहूर्त का पालन करते हैं, तो इन महीनों में विवाह या उससे संबंधित कार्य करने से बचना चाहिए। 

जुलाई 2025 में शादी के मुहूर्त क्यों नहीं है? 

हिंदू धर्म में देवशयनी एकादशी का विशेष महत्व है, जो भगवान विष्णु की योगनिद्रा की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन से चातुर्मास की शुरुआत होती है, जो लगभग चार महीने तक चलती है। इस अवधि में मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है, जिसमें विवाह जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी शामिल हैं। साल 2025 में देवशयनी एकादशी 6 जुलाई को पड़ रही है।

वर्ष 2025 में देवशयनी एकादशी और गुरु ग्रह की स्थिति

वर्ष 2025 में देवशयनी एकादशी 6 जुलाई को पड़ रही है। इसके अलावा, गुरु ग्रह 12 जून से 9 जुलाई तक अस्त रहेंगे, जो विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए अनुकूल नहीं है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विवाह के लिए शुक्र और गुरु का उदय होना बहुत जरूरी है। इस अवधि में इन ग्रहों की स्थिति विवाह के लिए उपयुक्त नहीं है।

चातुर्मास में विवाह और मांगलिक कार्य

चातुर्मास के दौरान मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है, जिसमें विवाह, गृह प्रवेश जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। यदि आप ज्योतिष और शुभ मुहूर्त का पालन करते हैं, तो इन महीनों में विवाह या उससे संबंधित कार्य करने से बचें। इस प्रकार, देवशयनी एकादशी और गुरु ग्रह की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, विवाह की योजना बनाने वालों को वैकल्पिक तिथियों पर विचार करना चाहिए।

विवाह के साल के ये 4 दिन बेहद शुभ

हिंदू धर्म में विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व है। लेकिन साल में कुछ ऐसे दिन भी होते हैं जब शादी के लिए मुहूर्त देखने की जरुरत नहीं पड़ती। इन्हें अबूझ मुहूर्त कहा जाता है, जो विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए अत्यधिक शुभ माने जाते हैं। ये विशेष तिथियां है- 

  • अक्षय तृतीया (वैशाख शुक्ल तृतीया)
  • देवउठनी एकादशी (कार्तिक शुक्ल एकादशी)
  • बसंत पंचमी (माघ शुक्ल पंचमी)
  • भडल्या नवमी (आषाढ़ शुक्ल नवमी)

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