Logo

9 September 2025 panchang (9 सितंबर 2025 का पंचांग)

9 September 2025 panchang (9 सितंबर 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 9 सितंबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह

Aaj Ka Panchang 9 September 2025: आज 9 सितंबर 2025 आश्विन मास का दूसरा दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष तिथि द्वितीया है, जो कि 06:28 पी एम तक जारी रहेगी। इसके बाद तृतीया तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज मंगलवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा मीन राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज मंगलवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:53 ए एम से 12:43 पी एम बजे तक है। इस दिन राहुकाल 03:26 पी एम से 04:59 पी एम बजे तक रहेगा। आज द्वितीया तिथि का श्राद्ध है। साथ ही वार के हिसाब से आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 9 सितंबर 2025

  • तिथि - 06:28 पी एम तक कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि। इसके बाद तृतीया तिथि लग जाएगी।
  • नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद (06:07 पी एम तक) रेवती
  • दिन/वार - मंगलवार
  • योग - गण्ड (11:59 पी एम तक) वृद्धि
  • करण - तैतिल (07:51 ए एम तक) गर (06:28 पी एम तक) वणिज ( 05:03 ए एम, सितम्बर 10 तक) विष्टि

आश्विन कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि प्रारंभ - 09:11 पी एम, सितम्बर 08

आश्विन कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि समाप्त - 06:28 पी एम, सितम्बर 09

सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे।
  • चंद्र - चंद्रमा मीन राशि में रहेंगे। 

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय - 06:03 ए एम
  • सूर्यास्त - 06:33 पी एम
  • चन्द्रोदय - 07:31 पी एम
  • चन्द्रास्त - 07:28 ए एम

आज का शुभ मुहूर्त और योग 9 सितंबर 2025

  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:31 ए एम से 05:17 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - 11:53 ए एम से 12:43 पी एम
  • विजय मुहूर्त - 02:23 पी एम से 03:13 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 06:33 पी एम से 06:56 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 06:33 पी एम से 07:42 पी एम
  • अमृत काल - 01:42 पी एम से 03:10 पी एम
  • सर्वार्थ सिद्धि योग - 06:03 ए एम से 06:07 पी एम

आज का अशुभ मुहूर्त 9 सितंबर 2025

  • राहु काल - 03:26 पी एम से 04:59 पी एम
  • गुलिक काल - 12:18 पी एम से 01:52 पी एम
  • यमगंड - 09:11 ए एम से 10:44 ए एम
  • वर्ज्य - 05:05 ए एम, सितम्बर 10 से 06:33 ए एम, सितम्बर 10
  • विडाल योग - 06:03 ए एम से 06:07 पी एम
  • भद्रा - 05:03 ए एम, सितम्बर 10 से 06:04 ए एम, सितम्बर 10
  • पंचक - पूरे दिन
  • दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।

9 सितंबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • मंगलवार का व्रत- आज आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित है। 
  • द्वितीया श्राद्ध - द्वितीया श्राद्ध उन मृतक सदस्यों के लिए किया जाता है जिनकी मृत्यु द्वितीया तिथि पर हुई हो और इसे दूज श्राद्ध भी कहा जाता है। शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष दोनों की द्वितीया तिथि पर श्राद्ध किया जा सकता है। पितृ पक्ष में किये जाने वाले पार्वण श्राद्ध के लिए कुतुप और रौहिण मुहूर्त शुभ माने जाते हैं। श्राद्ध के अनुष्ठान अपराह्न काल तक पूरे कर लेने चाहिए और अंत में तर्पण किया जाता है, जिससे पितरों को शांति और तृप्ति मिलती है।

9 सितंबर 2025/आज के उपाय 

  • मंगलवार के उपाय - मंगलवार के दिन भगवान हनुमान और मंगल ग्रह की पूजा करने से जीवन में साहस, ऊर्जा और सफलता की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान हनुमान को सिंदूर, चमेली का तेल और लाल फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है। मंगलवार के उपायों में हनुमान चालीसा का पाठ करना, मंगल मंत्रों का जाप करना और भगवान हनुमान की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से मंगल ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। मंगलवार के दिन विशेष रूप से लाल वस्त्र, मसूर की दाल और गुड़ का दान करना लाभदायक होता है।
  • द्वितीया श्राद्ध उपाय - श्राद्ध तिथि पर सूर्योदय से दिन के 12 बजकर 24 मिनट तक श्राद्ध करना चाहिए। इसके लिए घर की सफाई करें, गंगाजल और गौमूत्र छिड़कें। साथ ही दक्षिण दिशा में मुंह रखकर तर्पण करें। घर के आंगन में रंगोली बनाएं, महिलाएं शुद्ध होकर पितरों के लिए भोजन बनाएं और श्रेष्ठ ब्राह्मण को निमंत्रित कर भोजन कराएं। पितरों के निमित्त अग्नि में गाय के दूध से बनी खीर अर्पण करें और पंचबलि निकालें। ब्राह्मण को भोजन कराने के बाद दक्षिणा और सामग्री दान करें, जिसमें गौ, भूमि, तिल, स्वर्ण आदि शामिल हैं। श्राद्ध में सफेद फूलों का उपयोग करें। दूध, गंगाजल, शहद, सफेद कपड़े, अभिजित मुहूर्त और तिल का विशेष महत्व है।

........................................................................................................

संबंधित लेख

HomeBook PoojaBook PoojaTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang