Aaj Ka Ank Jyotish, 4 July 2025: आज का दिन आपके लिए कैसा रहेगा, यह जानने के लिए ज्योतिष और राशिफल के साथ-साथ अंक ज्योतिष भी अहम होता है। अंक ज्योतिष के अनुसार हर तारीख का एक मूलांक बनता है और उसी से आपके दिन की दिशा तय होती है। आज 4 जुलाई 2025 है और इसका जोड़ बनता है 4। अंक 4 का स्वामी राहु होता है। राहु की चाल थोड़ी रहस्यमयी मानी जाती है, लेकिन ये अंक जीवन में अचानक बड़े बदलाव और लाभ लेकर आता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कि आज के दिन किस मूलांक वालों का दिन शानदार रहेगा और किसे थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत है।
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा। कोई अधूरी योजना पूरी हो सकती है। करियर में नई दिशा मिलेगी लेकिन गुस्से पर कंट्रोल रखना जरूरी होगा। आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी।
आपके लिए आज का दिन थोड़ा उलझनों भरा हो सकता है। भावनाओं में बहकर कोई फैसला न लें। पारिवारिक मामलों में धैर्य बनाए रखें। यात्रा करने से फायदा होगा।
भाग्य आपके साथ है। रुके हुए काम पूरे होंगे। आर्थिक लाभ मिलने के योग हैं। पढ़ाई या करियर में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। सामाजिक मान-सम्मान मिलेगा।
आज आपको अचानक कोई बड़ा लाभ मिल सकता है। आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी। नौकरीपेशा जातकों को प्रमोशन मिल सकता है। बेरोजगार लोगों को नौकरी मिलने की संभावना है।
नए काम की शुरुआत के लिए दिन अच्छा है। व्यापार में लाभ हो सकता है। मित्रों और परिवार का सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सावधानी बरतें।
धन लाभ के योग है।
आज आपकी रचनात्मकता और कला की सराहना होगी। प्यार और रिश्तों में मधुरता रहेगी। फिजूलखर्ची पर कंट्रोल रखें। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। दोस्तों का सहयोग मिलेगा।
आज का दिन मानसिक शांति देने वाला होगा। कोई पुरानी बात आज याद आ सकती है। आध्यात्मिक कार्यों में मन लगेगा। नौकरी में नई जिम्मेदारी मिल सकती है।
धैर्य से काम लें। आज आप जितना शांत रहेंगे, उतना फायदा मिलेगा। कोई पुरानी योजना पूरा होने के संकेत हैं। आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे मजबूत होगी। आप कोई बड़ा काम करने में सफल होंगे।
ऊर्जा से भरपूर रहेंगे। आज आपको मेहनत का पूरा फल मिलेगा। प्रतियोगिता में जीत के योग बन रहे हैं। आर्थिक रूप से दिन अच्छा रहेगा। दूसरों की बातों में ध्यान ना देकर सिर्फ अपने काम से ही मतलब रखें।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।