Aaj Ka Rashifal, 21 June 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 21 जून को आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के साथ शनिवार का दिन है। इसके साथ ही आज अश्विनी नक्षत्र के साथ अतिगण्ड योग का निर्माण हो रहा है। चंद्रमा की बात करें मेष राशि में विराजमान रहेंगे। साथ ही, आज योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा। आइए जानते हैं मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए 21 जून का दिन कैसा रहने वाला है। जानिए मेष से लेकर मीन राशि तक का दैनिक राशिफल...
आज आत्मविश्वास बढ़ेगा, लेकिन गुस्से पर काबू रखें। नौकरीपेशा जातकों को मान-सम्मान मिलेगा। आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी।
पारिवारिक संबंध मजबूत होंगे। किसी पुराने मित्र से लाभ हो सकता है। खर्च बढ़ सकता है, पर आय भी साथ देगी।
कार्यक्षेत्र में प्रशंसा मिलेगी। छात्रों को सफलता मिलने के योग हैं। किसी जरूरी कार्य में गति आएगी।
आज मन भावुक रहेगा। रिश्तों में तालमेल बनाकर चलें। सेहत को लेकर सतर्क रहें। आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
नौकरी में पदोन्नति या सम्मान मिल सकता है। आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा। परिवार का सहयोग मिलेगा।
व्यवसाय में लाभ के संकेत हैं। यात्रा के योग बन सकते हैं। महत्वपूर्ण फैसले सोच-समझकर लें।
आज का दिन थोड़ा तनावपूर्ण रह सकता है। जीवनसाथी के साथ मतभेद हो सकता है, संवाद बनाए रखें।
शुभ अंक : 2
शुभ रंग : हल्का पीला
आज का उपाय : दान करें
आज आपको मानसिक शांति मिलेगी। पुराना रुका हुआ धन वापस मिल सकता है। आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी।
छात्रों के लिए समय अनुकूल है। किसी पुराने विवाद का हल निकल सकता है। नए अवसर मिल सकते हैं।
नौकरीपेशा जातकों को सफलता मिल सकती है। व्यापार में नई योजना बनेगी। सेहत सामान्य रहेगी।
प्रेम जीवन में सुधार आएगा। खर्चों पर नियंत्रण रखें। किसी खास व्यक्ति से मुलाकात फायदेमंद होगी।
आज का दिन रचनात्मक कार्यों के लिए शुभ है। करियर में प्रगति संभव है। किसी शुभ समाचार की संभावना है।
गुरु पूर्णिमा का पर्व जहां अध्यात्म और गुरु भक्ति का प्रतीक होता है, वहीं ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी यह दिन अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। 10 जुलाई 2025, गुरुवार को मनाई जाने वाली गुरु पूर्णिमा पर बृहस्पति ग्रह (गुरु) मिथुन राशि में गोचर करेंगे।
श्रावण मास, जिसे सावन कहा जाता है, भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना का सबसे पावन महीना माना जाता है। इस महीने में मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत का विशेष महत्व है।
श्रावण मास के मंगलवारी व्रतों में मंगला गौरी व्रत का विशेष स्थान है। विवाहित महिलाएं यह व्रत अपने सुहाग की रक्षा, पति की लंबी आयु और वैवाहिक जीवन की सुख-शांति के लिए करती हैं।
श्रावण मास के मंगलवारों को किया जाने वाला मंगला गौरी व्रत विवाहित महिलाओं के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है। यह व्रत माता पार्वती और भगवान शिव को समर्पित है और इसका पालन पति की दीर्घायु, वैवाहिक जीवन की सुख-शांति और सौभाग्य के लिए किया जाता है।