2025 का वर्ष, वृषभ राशि के लिए स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक-ठाक रहेगा। इस साल बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के योग नहीं हैं। लेकिन, साल की शुरुआत में शनि ग्रह की चतुर्थ भाव पर दृष्टि हृदय और फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकती है। हालांकि, शनि का गोचर लाभ भाव में होने से पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं में सुधार होगा। हालांकि, मई से केतु का प्रभाव चतुर्थ भाव में शुरू होने के कारण हल्की-फुल्की परेशानियां बनी रह सकती हैं। इस साल योग, ध्यान और संतुलित आहार को दिनचर्या में शामिल करके आप बेहतर स्वास्थ्य का आनंद ले सकते हैं।
इस साल की शुरुआत में ही शनि ग्रह की चतुर्थ भाव पर दृष्टि हृदय और फेफड़ों से जुड़ी तकलीफ को बढ़ा सकती है। जिन जातकों को पहले से हृदय या श्वसन संबंधी समस्याएं हैं। उन्हें साल के इन शुरुआती महीनों में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।
वहीं, मार्च के बाद शनि का गोचर लाभ भाव में होगा। इससे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां खत्म हो सकती हैं। पुराने और जटिल रोगों से भी राहत मिलने की संभावना है। यह समय आपके लिए स्वास्थ्य के लिहाज से सकारात्मक साबित होगा। योग और ध्यान जैसी गतिविधियों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
मई के बाद चतुर्थ भाव में केतु का प्रभाव शुरू हो जाएगा। इससे छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं बनी रह सकती हैं। हालांकि, यह प्रभाव बहुत गंभीर नहीं होगा। सही खानपान और नियमित व्यायाम से इन समस्याओं को टाला जा सकता है।
35 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को हार्मोनल बदलावों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय संतुलित आहार और नियमित स्वास्थ्य जांच को प्राथमिकता दें। इस अवधि में अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने पर ध्यान दें। बता दें कि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन और मिनरल्स से भरपूर आहार लिया जा सकता है। साथ ही रिफाइंड, मैदा और चीनी के सेवन को सीमित करें।
घर और बाहर की जिम्मेदारियों के कारण वृषभ राशि की महिलाएं तनाव महसूस कर सकती हैं। मानसिक शांति के लिए मेडिटेशन और योग का सहारा लें। तनाव को नियंत्रित रखने से ना केवल मानसिक बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य में भी अच्छा बना रहेगा।
पाचन से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए नियमित अंतराल पर थोड़ा ही भोजन ग्रहण करें। तली-भुनी और मसालेदार चीजों से परहेज करें। शुद्ध और सात्विक आहार लेने से आपकी पाचन शक्ति बेहतर बनी रहेगी।
मई के मध्य से बृहस्पति का सकारात्मक प्रभाव आपके स्वास्थ्य को और मजबूत बनाएगा। इस दौरान, यदि आप नियमित व्यायाम और सही डाइट का पालन करेंगे, तो आपका स्वास्थ्य पहले के वनिष्पत बेहतर रहेगा।
वृष राशि वालों के लिए ये साल सेहत में उतार-चढ़ाव से भरा होने वाला है। साल के शुरुआती दो महीनों में मानसिक और शारीरिक थकान महसूस होगी। वहीं, मार्च एवं अप्रैल के महीने में पाचन तंत्र और गले से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। गर्मियों के दौरान एलर्जी और मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए खानपान का खास ध्यान रखना होगा। हालांकि, मानसून में पुरानी बीमारियों में सुधार होने लगेगा। हालांकि, जुलाई में सांस संबंधी या दिल से जुड़ी दिक्कतें घेर सकती हैं। जबकि, अक्टूबर और नवंबर माह में योग और प्राकृतिक उपचार से ऊर्जा और मानसिक शांति महसूस करेंगे। बता दें कि नियमित चेकअप और सुव्यवस्थित दिनचर्या से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने का प्रयास कर सकते हैं।
रथ सप्तमी सनातन हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। यह माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। 2025 में यह त्योहार 4 फरवरी को मनाई जाएगी।
माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा की जाती है। रथ सप्तमी को भानु सप्तमी और अचला सप्तमी भी कहा जाता है। भानु सप्तमी के दिन भगवान भास्कर की पूजा करने से आरोग्य का वरदान मिलता है।
रथ-सप्तमी के दिन सूर्यदेव की पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि अगर सूर्यदेव की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ किया जाए तो व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य के साथ मान-सम्मान में भी वृद्धि हो सकती है।
स्कंद षष्ठी का पर्व भगवान शिव के बड़े पुत्र, भगवान कार्तिकेय को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विधिवत पूजा करने से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति हो सकती है।