भगवान हनुमान को संकटमोचन, अष्टसिद्धि दाता और श्रीराम के परम भक्त के रूप में पूजा जाता है। उनकी भक्ति से भय और संकट दूर होते हैं और मन में अपार ऊर्जा का संचार होता है। भारत के कोने-कोने में हनुमान मंदिर हैं, लेकिन कुछ मंदिर ऐसे हैं जहां हनुमान भक्ति की शक्ति विशेष रूप से महसूस होती है। आइए जानते हैं भारत के 10 प्रमुख हनुमान मंदिरों के बारे में:
1. हनुमानगढ़ी मंदिर, अयोध्या (उत्तर प्रदेश)
अयोध्या के मुख्य हनुमान मंदिरों में से एक, यह मंदिर श्रीराम जन्मभूमि के समीप स्थित है। यहां 76 सीढ़ियों के बाद बजरंगबली के दर्शन होते हैं। यह 24 घंटे खुला रहता है।
2. संकटमोचन मंदिर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
यह मंदिर तुलसीदास जी द्वारा स्थापित किया गया था। यहां मंगलवार और शनिवार को विशेष भीड़ होती है। यह मंदिर सुबह 5:00 से रात 10:00 बजे तक खुला रहता है।
3. सालासर बालाजी मंदिर, चुरू (राजस्थान)
यह राजस्थान के प्रमुख तीर्थस्थलों में है। यहां हनुमानजी की मूर्ति दाढ़ी और मूंछ के साथ है। यह मंदिर सालभर लाखों भक्तों को आकर्षित करता है।
4. महावीर मंदिर, पटना (बिहार)
गांधी मैदान के पास स्थित यह मंदिर पटना का सबसे प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है। यहां दर्शन का समय सुबह 5:00 से रात 10:30 तक है। विशेषकर मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं।
5. मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, दौसा (राजस्थान)
यह मंदिर भूत-प्रेत बाधा मुक्ति के लिए प्रसिद्ध है। यहां विशेष हवन और आरती होती है जो मानसिक और आध्यात्मिक राहत प्रदान करती है।
6. झूलेलाल मंदिर (हनुमान धाम), लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
गोमती नदी के किनारे बना यह मंदिर विशाल हनुमान प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है।यहां पर्यावरण और सेवा कार्यों से भी मंदिर जुड़ा है।
7. लेटे हनुमान जी मंदिर, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
यहां हनुमान जी लेटे हुए मुद्रा में स्थित हैं, जो देश में विरल है। संगम क्षेत्र के निकट यह मंदिर कुंभ के समय विशेष महत्व रखता है।
8. बड़ा गणपति हनुमान मंदिर, इंदौर (मध्य प्रदेश)
यह मंदिर अपनी भव्यता और विशाल प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। यहां की 25 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा देश की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में मानी जाती है।
9. श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर, रायचूर (कर्नाटक)
यह मंदिर पंचमुखी हनुमान के स्वरूप को समर्पित है। मान्यता है कि श्रीराम के आदेश पर हनुमानजी नेयहां पंचमुखी रूप धारण किया था।
10. हनुमान टोक, गंगटोक (सिक्किम)
समुद्र तल से लगभग 7200 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर भारतीय सेना द्वारा संचालित है। यहां से हिमालय की ऊंचाइयों का सुंदर दृश्य दिखाई देता है।
ॐ जय यमुना माता, हरि ॐ जय यमुना माता।
जो नहावे फल पावे, सुख सम्पत्ति की दाता॥
जय जय भगीरथ-नंदिनी, मुनि-चय चकोर-चन्दिनी,
नर-नाग-बिबुध-वंदिनी, जय जह्नुबालिका।
ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी।
ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हरि शंकर, रुद्री पालन्ती॥
जय जय श्री शनिदेव, भक्तन हितकारी।
सूरज के पुत्र प्रभु, छाया महतारी॥