गुरुवार का दिन बृहस्पति देव को समर्पित है, जिन्हें देवताओं का गुरु माना जाता है। बृहस्पति ग्रह की कमजोर स्थिति व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न कर सकती है, जैसे विवाह में बाधा, करियर में असफलता और आर्थिक तंगी। गुरुवार के दिन कुछ विशेष उपायों को अपनाकर इन परेशानियों को दूर किया जा सकता है। हल्दी से स्नान, पीले वस्त्र पहनना, और केले के पौधे की पूजा करने से बृहस्पति देव की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन मंत्र जाप और कुछ नियमों का पालन करने से जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है।
करियर में सफलता पाने के लिए: अगर आप अपने करियर में उन्नति चाहते हैं, तो गुरुवार के दिन स्नान करते समय पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाएं। स्नान के बाद हल्दी मिले जल से केले के पौधे का अर्घ्य दें। मान्यता है कि ऐसा करने से बृहस्पति देव प्रसन्न होते हैं और करियर में सफलता के अवसर प्रदान करते हैं।
गुरुवार के दिन इन उपायों को करने से बृहस्पति ग्रह की स्थिति मजबूत होती है। इसका प्रभाव न केवल करियर और आर्थिक स्थिति पर पड़ता है, बल्कि विवाह, संतान, और मानसिक शांति से जुड़े मामलों में भी सकारात्मक बदलाव आता है। इन सरल उपायों से जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता सुनिश्चित होती है। गुरुवार का दिन बृहस्पति देव और भगवान विष्णु को समर्पित है। हल्दी, पीले वस्त्र, और मंत्रों के जाप के माध्यम से आप उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इन उपायों को अपनाकर जीवन को सुखमय और समृद्ध बनाया जा सकता है।
आज तो गुरुवार है, सदगुरुजी का वार है।
गुरुभक्ति का पी लो प्याला, पल में बेड़ा पार है ॥
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है। यह व्रत माताओं के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस दिन माताएं अपने पुत्रों की कुशलता और उज्ज्वल भविष्य की कामना के लिए निर्जला व्रत करती हैं।
उत्तर प्रदेश के मथुरा में स्थित राधा कुंड, सनातन धर्म के लोगों के लिए एक पवित्र स्थल है। इसका भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी से गहरा संबंध माना जाता है।
आजा भक्तो की सुनके पुकार,
ओ मरघट वाले बाबा जी,