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रथ यात्रा के दिन घर पर कैसे करें श्री जगन्नाथ जी की पूजा?

 रथ यात्रा के दिन घर पर कैसे करें श्री जगन्नाथ जी की पूजा?

 Bhagwan Jagannath Puja Vidhi: रथ यात्रा के अवसर पर घर बैठे ऐसे पाएं प्रभु जगन्नाथ का आशीर्वाद, जानें पूजन विधि

Jagannath Rath Yatra 2025: हिंदू धर्म में रथ यात्रा एक अत्यंत पावन पर्व माना जाता है, जो हर साल आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण करते हैं। ओडिशा के पुरी में होने वाली यह यात्रा विश्व प्रसिद्ध है। लेकिन अगर आप इस बार रथ यात्रा में शामिल नहीं हो पा रहे हैं, तो घर पर रहकर भी भगवान की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।

रथ यात्रा का मानसिक ध्यान करें

अगर आप रथ यात्रा में शामिल नहीं हो पा रहे हैं, तो भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का मानसिक रूप से ध्यान करना एक बड़ा उपाय माना जाता है। घर के पूजा स्थान पर भगवान की तस्वीर या मूर्ति रखें और आंखें बंद करके उनके रथ पर सवार होने की कल्पना करें। उसके बाद'जय जगन्नाथ' मंत्र का जप करते हुए मन को भगवान में लगाएं। इससे मन को शांति मिलती है और ईश्वर की कृपा भी प्राप्त होती है।

घर में करें विशेष पूजा

रथ यात्रा के दिन आप घर में ही भगवान जगन्नाथ की विशेष पूजा कर सकते हैं। पूजा से पहले स्नान कर पवित्र वस्त्र पहनें और पूजा स्थल को साफ करें। भगवान को ताजे फूल, फल, जल और तुलसी पत्र अर्पित करें। इस बात का खास ध्यान रखें कि इस दिन खिचड़ी, गुड़, घी और ताजे फल भगवान को भोग लगाएं, क्योंकि यह भोग श्री जगन्नाथ को विशेष रूप से प्रिय होता है।

भक्ति गीतों और शास्त्रों का पाठ करें

भगवान की भक्ति में डूबने का एक सुंदर तरीका है - भजन और कीर्तन। इस दिन आप 'जय जगन्नाथ' या 'हे नीलाचल के राजा' जैसे भक्ति गीत गाएं या सुने। साथ ही, भगवद गीता, विष्णु सहस्रनाम या श्रीमद्भागवत जैसे ग्रंथों का पाठ करना बहुत फलदायी होता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और मन को सच्ची शांति मिलती है।

व्रत और दान का महत्व

रथ यात्रा के दिन व्रत रखने का विशेष महत्व बताया गया है। अगर संभव हो, तो इस दिन उपवास रखें और दिनभर भगवान की भक्ति में लीन रहें। साथ ही, इस दिन गरीबों को अन्न, वस्त्र या फल दान करने से अत्यंत पुण्य प्राप्त होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन दान करने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है।

संयम और शांति का पालन करें

इस दिन सिर्फ पूजा-पाठ ही नहीं, बल्कि आचरण भी महत्वपूर्ण होता है। रथ यात्रा के दिन मन, वाणी और कर्म पर संयम रखना चाहिए। क्रोध, लालच, अहंकार और नकारात्मकता से दूर रहें। भगवान जगन्नाथ की भक्ति में डूबे रहें और अपने व्यवहार से भी शांति और श्रद्धा का प्रदर्शन करें। यही सच्ची पूजा मानी जाती है।

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