ढोलिडा ढोल रे वागाड़,
मारे हिंच लेवी छे,
जयति जयति जय ललिते माता! तव गुण महिमा है विख्याता ।
तू सुन्दरी, त्रिपुरेश्वरी देवी! सुर नर मुनि तेरे पद सेवी।
हिंदू धर्म में नर्मदा नदी बेहद पवित्र और पूजनीय नदी मानी जाती है। इसे 'कुंवारी नदी' और 'रेवा' के नाम से भी जाना जाता है।
कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,