Aaj Ka Panchang: आज 21 अगस्त 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 21 August 2025: आज 21 अगस्त 2025 को भाद्रपद माह का 13वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष तिथि त्रयोदशी है। बता दें कि आज गुरूवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा कर्क राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज गुरूवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:58 ए एम बजे से 12:50 पी एम बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 02:02 पी एम से 03:39 पी एम बजे तक रहेगा। आज पर्यूषण पर्वारम्भ और मासिक शिवरात्रि है। साथ ही वार के हिसाब से आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 21 अगस्त 2025
- तिथि - त्रयोदशी
- नक्षत्र - पुष्य (12:08 ए एम, अगस्त 22 तक) अश्लेषा
- दिन/वार - गुरूवार
- योग - व्यतीपात (04:14 पी एम तक) वरीयान्
- करण - वणिज (12:44 पी एम तक) और विष्टि - (12:16 ए एम, अगस्त 22 तक)
भाद्रपद कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि प्रारंभ - 01:58 पी एम, अगस्त 20
भाद्रपद कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि समाप्त - 12:44 पी एम, अगस्त 21
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा कर्क राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - 05:53 ए एम
- सूर्यास्त - 06:54 पी एम
- चन्द्रोदय - 04:41 ए एम, अगस्त 22
- चन्द्रास्त - 05:54 पी एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 21 अगस्त 2025
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:26 ए एम से 05:10 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:58 ए एम से 12:50 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:34 पी एम से 03:26 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 06:54 पी एम से 07:16 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 06:54 पी एम से 08:00 पी एम
- अमृत काल - 05:49 पी एम से 07:24 पी एम
- गुरु पुष्य योग - 05:53 ए एम से 12:08 ए एम, अगस्त 22
- अमृत सिद्धि योग - 05:53 ए एम से 12:08 ए एम, अगस्त 22
- सर्वार्थ सिद्धि योग - 05:53 ए एम से 12:08 ए एम, अगस्त 22
आज का अशुभ मुहूर्त 21 अगस्त 2025
- राहु काल - 02:02 पी एम से 03:39 पी एम
- गुलिक काल - 09:09 ए एम से 10:46 ए एम
- यमगंड - 05:53 ए एम से 07:31 ए एम
- वर्ज्य - 08:20 ए एम से 09:55 ए एम
- विडाल योग - 05:53 ए एम से 12:08 ए एम, अगस्त 22
- आडल योग - 12:08 ए एम, अगस्त 22 से 05:54 ए एम, अगस्त 22
- गण्ड मूल - 12:08 ए एम, अगस्त 22 से 05:54 ए एम, अगस्त 22
- भद्रा - 12:44 पी एम से 12:16 ए एम, अगस्त 22
- दिशाशूल - दक्षिण, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
21 अगस्त 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- गुरूवार का व्रत - आज आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित है।
- मासिक शिवरात्रि - मासिक शिवरात्रि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है, जो भगवान शिव की पूजा और व्रत के लिए समर्पित है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। उन्हें बेलपत्र, धतूरा और फल चढ़ाए जाते हैं। व्रत और पूजा से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति के साथ समृद्धि आती है। मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
21 अगस्त 2025/आज के उपाय
- गुरूवार के उपाय - गुरुवार के दिन भगवान बृहस्पति और विष्णु की पूजा करने से जीवन में ज्ञान, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु को पीले वस्त्र, हल्दी और पीले फल अर्पित करना शुभ माना जाता है। गुरुवार के उपायों में विष्णु मंत्रों का जाप करना, बृहस्पति स्तोत्र का पाठ करना और भगवान विष्णु की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से बृहस्पति ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। गुरुवार के दिन विशेष रूप से पीले वस्त्र, चने की दाल और पीले फल का दान करना लाभदायक होता है।
- मासिक शिवरात्रि के उपाय - मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिव को जल, बेलपत्र, धतूरा और भांग अर्पित करना शुभ माना जाता है। मासिक शिवरात्रि के उपायों में शिव मंत्रों का जाप करना, रुद्राष्टक का पाठ करना और भगवान शिव की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं। मासिक शिवरात्रि के दिन विशेष रूप से व्रत रखना, भगवान शिव की पूजा करना और गरीबों को दान करना लाभदायक होता है।