ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी।
ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हरि शंकर, रुद्री पालन्ती॥
ॐ जय जगदानन्दी...
नारद शारद तुम वरदायक,अभिनव पदचण्डी।
सुर नर मुनि जन सेवित, सुर नर ऋषि जन सेवित, शारद पदवन्ती॥
ॐ जय जगदानन्दी...
धूम्रक वाहन राजत, वीणा वादयन्ती।
झुमकत झुमकत झुमकत, झननन झननन झननन, रमती राजन्ती॥
ॐ जय जगदानन्दी...
बाजत ताल मृदंगा,सुर-मण्डल रमती।
तोड़ीतान तोड़ीतान तोड़ीतान, तुरड़ड़ तुरड़ड़ रमती सुरवन्ती॥
ॐ जय जगदानन्दी...
सकल भुवन पर विराजत,निशदिन आनन्दी।
गावत गंगा शंकर, सेवत गंगा-शंकर, तुम भव मेटन्ती॥
ॐ जय जगदानन्दी...
कंचन थाल विराजत,अगर कपूर बाती।
अमरकंठ में विराजत,घाटन घाट सुशोभित कोटि रतन जोती॥
ॐ जय जगदानन्दी...
रेवा माई की आरती, जो कोई जन गावे, मैया प्रेमसहित गावे।
भजत शिवानंद स्वामी,जपत हरि-हर स्वामी मन वांछित फल पावें॥
ॐ जय जगदानन्दी...
ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी।
ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हरि शंकर, रुद्री पालन्ती॥
बोलिये नर्मदा मैया की जय
1. सोमवार: सोमवार का दिन नर्मदा जी को समर्पित है, इसलिए इस दिन आरती करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
2. पूर्णिमा: पूर्णिमा के दिन नर्मदा जी की आरती करना शुभ माना जाता है।
3. अमावस्या: अमावस्या के दिन नर्मदा जी की आरती करना भी शुभ माना जाता है।
4. नर्मदा जयंती: नर्मदा जयंती के दिन नर्मदा जी की आरती करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
इसके अलावा, आप नर्मदा जी की आरती किसी भी शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं, जैसे कि:
- सुबह सूर्योदय के समय
- शाम सूर्यास्त के समय
- रात्रि में दीपक जलाने के समय
आरती करने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। आरती के दौरान नर्मदा जी की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें और दीपक जलाएं। आरती के बाद, प्रसाद वितरित करें।
1. पापों का नाश: नर्मदा जी की आरती करने से पापों का नाश होता है।
2. मानसिक शांति और संतुष्टि: नर्मदा जी की आरती करने से मानसिक शांति और संतुष्टि मिलती है।
3. आध्यात्मिक विकास: नर्मदा जी की आरती करने से आध्यात्मिक विकास होता है।
4. स्वास्थ्य में सुधार: नर्मदा जी की आरती करने से स्वास्थ्य में सुधार होता है।
5. करियर में सफलता: नर्मदा जी की आरती करने से करियर में सफलता मिलती है।
6. आर्थिक संकट से मुक्ति: नर्मदा जी की आरती करने से आर्थिक संकट से मुक्ति मिलती है।
7. नेगेटिविटी से बचाव: नर्मदा जी की आरती करने से नेगेटिविटी से बचाव होता है।
8. मोक्ष की प्राप्ति: नर्मदा जी की आरती करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
9. सुख और शांति: नर्मदा जी की आरती करने से सुख और शांति मिलती है।
10. दुर्भाग्य से मुक्ति: नर्मदा जी की आरती करने से दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है।
Om Jai Jagadanandi,
Maiya Jai Aanand Kandi ।
Brahma Harihar Shankar, Reva
Shiv Hari Shankar, Rudrau Palanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi..॥
Devi Narad Sarad Tum Varadayak,
Abhinav Padandi ।
Sur Nar Muni Jan Sevat,
Sur Nar Muni ।
Sharad Padawachanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi..॥
Devi Dhoomak Vahan Rajat,
Veena Vadyanti ।
Jhumakat-Jhumakat-Jhumakat,
Jhannan Jhamakat Ramati Rajanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi..॥
Devi Bajat Taal Mrdanga,
Sur Mandal Ramati ।
Toditan-Toditan-Toditan,
Turadad Ramati Suravanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi..॥
Devi Sakal Bhuwan Par Aap Virajat,
Nishadin Aanandi ।
Gavat Ganga Shankar, Sevat Reva
Shankar Tum Bhat Metanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi..॥
MaiyaJi Ko Kanchan Thar Virajat,
Agar Kapoor Batee ।
Amar Kanth Main Virajat,
Ghatan Ghat Birajat,
Koti Ratan Jyoti ।
॥ Om Jai Jagadanandi..॥
MaiyaJi Ki Aarti,
Nishadin Padh Gavari,
Ho Reva Jug-Jug Naragave,
Bhajat Shivanand Swami
Japat Hari Nand Swami Manvanchit Pave ।
Om Jai Jagadanandi,
Maiya Jai Aanand Kandi ।
Brahma Harihar Shankar, Reva
Shiv Hari Shankar, Rudrau Palanti ।