हरि सुंदर नंद मुकुंदा
हरि नारायण हरि ॐ
हरि सुंदर नंद मुकुंदा
हरि नारायण हरि ॐ
हरि केशव हरि गोविंद
हरि नारायण हरि ॐ
हरि केशव हरि गोविंद
हरि नारायण हरि ॐ
हरि सुंदर नंद मुकुंदा
हरि नारायण हरि ॐ
हरि केशव हरि गोविंद
हरि नारायण हरि ॐ
हरि केशव हरि गोविंद
हरि नारायण हरि ॐ
हरि सुंदर नंद मुकुंदा
हरि नारायण हरि ॐ
वन्माली मुरलीधारी
गोवर्धन गिरिवर्धारी
वन्माली मुरलीधारी
गोवर्धन गिरिवर्धारी
नित नित कर माखन चोरी
गोपी मन हारी
आओ रे गाओ रे गोकुल के प्यारे
आओ रे कान्हा रे गोकुल के प्यारे
आओ रे नाचो रे रास रचाओ रे
गाओ रे नाचो रे रास रचाओ रे
हरि सुंदर नंद मुकुंदा
हरि नारायण हरि ॐ
हरि केशव हरि गोविंद
हरि नारायण हरि ॐ
हरि केशव हरि गोविंद
हरि नारायण हरि ॐ
हरि सुंदर नंद मुकुंदा
हरि नारायण हरि ॐ
हे मोर मुकुट गिरधारी
कान्हा पीताम्भर धारी
हे मोर मुकुट गिरधारी
कान्हा पीताम्भर धारी
गोपियाँ संग रास रचाये
मोहन मुरली धारी
आओ रे आओ रे मोहन गिरधारी
आओ रे कान्हा रे हे कृष्णा मुरारी
आओ रे नाचो रे रास रचाओ रे
गाओ रे नाचो रे रास रचाओ रे
हरि सुंदर नंद मुकुंदा
हरि नारायण हरि ॐ
हरि केशव हरि गोविंद
हरि नारायण हरि ॐ
हरि केशव हरि गोविंद
हरि नारायण हरि ॐ
हरि सुंदर नंद मुकुंदा
हरि नारायण हरि ॐ
हरि सुंदर नंद मुकुंदा
हरि नारायण हरि ॐ
नवरात्रि का पर्व उपासना का पर्व है। सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है।
गुप्त शब्द मतलब गोपनीय यानी छुपी हुई। एक ऐसी आराधना जिसमे माता की अलग तरह की तांत्रिक पूजा की जाती है।
गुप्त नवरात्रि में गुप्त विद्याओं की सिद्धि के लिए साधना की जाती है। इसीलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं।
आषाढ़ गुप्त नवरात्र का पर्व बहुत ही शुभ माना जाता है। ये देवी दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा के लिए समर्पित है।