Logo

चैत्र नवरात्रि

चैत्र नवरात्रि पांचवें दिन की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि पांचवें दिन की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि के पांचवें दिन का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन मां दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा की जाती है। स्कंदमाता भगवान कार्तिकेय की माता हैं, उन्हें ममता की मूर्ति भी कहा जाता है।
नवरात्रि पूजा में लहसुन और प्याज वर्जित होने की कथा
नवरात्रि पूजा में लहसुन और प्याज वर्जित होने की कथा
नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान भक्त विशेष रूप से उपवास रखते हैं और धार्मिक अनुशासन का पालन करते हैं।
चैत्र नवरात्रि: मां कूष्मांडा की कथा
चैत्र नवरात्रि: मां कूष्मांडा की कथा
देवी दुर्गा का चौथा स्वरूप मां कूष्मांडा का हैं, जिनकी चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन पूजा की जाती है, मां का यह स्वरूप शक्ति, ऊर्जा और आत्मज्ञान का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां कूष्मांडा के मंद मुस्कान से इस सृष्टि की रचना हुई थी।
चैत्र नवरात्रि चौथे दिन की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि चौथे दिन की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है, जिसमें से मां दुर्गा का चौथा रूप देवी कूष्मांडा का है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी कूष्मांडा की मुस्कान से पृथ्वी का निर्माण हुआ था, इसलिए उन्हें सृष्टि का पालक भी कहा जाता है।
चैत्र नवरात्रि: मां चंद्रघंटा की कथा
चैत्र नवरात्रि: मां चंद्रघंटा की कथा
चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है, जिन्हें साहस, शांति और कल्याण का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां चंद्रघंटा की पूजा से भक्तों को शक्ति और सफलता मिलती है।
चैत्र नवरात्रि तीसरे दिन की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि तीसरे दिन की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा देवी दुर्गा का तीसरा स्वरूप हैं, जिनके मस्तक पर अर्धचंद्र की संरचना बनी है इसीलिए उन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। देवी दुर्गा का यह स्वरूप शौर्य और सौम्यता का प्रतीक है।
चैत्र नवरात्रि: मां ब्रह्मचारिणी की कथा
चैत्र नवरात्रि: मां ब्रह्मचारिणी की कथा
चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। मां दुर्गा के दूसरे रूप की पूजा करने से भक्तों को धैर्य, शांति और समृद्धि मिलती है।
चैत्र नवरात्रि दूसरे दिन की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि दूसरे दिन की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है जो मां दुर्गा का स्वरूप हैं। मां ब्रह्मचारिणी ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए कठिन तपस्या की थी। इसलिए उन्हें तपस्या की देवी माना जाता है।
चैत्र नवरात्रि व्रत में क्या खाएं
चैत्र नवरात्रि व्रत में क्या खाएं
आध्यात्मिक इच्छाओं की पूर्ति, सिद्धि प्राप्ति, मोक्ष के लिए चैत्र नवरात्रि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
चैत्र नवरात्रि प्रथम दिन की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि प्रथम दिन की पूजा विधि
हर साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हिंदू नववर्ष के साथ होती है। यह पूजा-पाठ के लिए बहुत शुभ समय माना जाता है और पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है।
HomeBook PoojaBook PoojaTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang