चैत्र नवरात्रि शक्ति और विश्वास के साथ पूजा करने का सर्वोत्तम समय माना जाता है, लेकिन इस साल चैत्र नवरात्रि केवल पूजा-पाठ के लिए ही नहीं, बल्कि कुछ राशियों के लिए एक नई शुरुआत का मौका भी है। इस बार नवरात्रि की तिथि कुछ ऐसे समय पर है कि इन दो राशियों को धन लाभ, अच्छा स्वास्थ्य और सुख-शांति मिलने की पूरी संभावनाएं बन रही हैं। तो आइए इसके बारे में और विस्तार से जानते हैं।
चैत्र नवरात्रि मेष राशि के लिए बहुत शुभ है क्योंकि यह समय उनके लिए ज्ञान और नए अवसरों के द्वार खोलेगा। यदि मेष राशि वाले लोग लंबे समय से किसी काम में फंसे हुए हैं या लगातार असफलता का सामना कर रहे हैं तो उन्हें जल्द ही सफलता प्राप्त हो सकती है। साथ ही अगर आप दूसरी नौकरी करने की सोच रहे हैं या अपने बिजनेस में अधिक निवेश करना चाहते हैं, तो मां दुर्गा की कृपा से यह सब संभव हो सकता है।
कर्क राशि के लोगों के लिए यह नवरात्रि नई ऊर्जा का संचार करेगी, इससे उन्हें काम करने और अपने जीवन के लिए सर्वोत्तम निर्णय लेने का सही मौका मिलेगा। अगर लंबे समय से घर में परेशानी चल रही हो और करियर में भी कुछ खास नहीं हो रहा हो तो यह समय आपके लिए बहुत शुभ होगा। साथ ही शुक्र और शनि का सकारात्मक प्रभाव आपकी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करेगा।
इस साल नवरात्रि के अष्टमी और नवमी की तिथि बहुत ही शुभ मानी जा रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन दिनों में मां दुर्गा की पूजा करने से मेष और कर्क राशि के लोगों को विशेष फल प्राप्त हो सकता है। यह समय नया व्यवसाय शुरू करने या पुराने में निवेश करने के लिए और पारिवारिक निर्णय लेने के लिए भी उत्तम है।
आज देवउठनी एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में यह दिन अत्यंत पवित्र माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं और चातुर्मास का समापन होता है।
भारत की धर्म और संस्कृति में प्रकृति सम्मान की परंपरा भी है। वही वजह है कि देश में नदियों को तक माता का स्थान दिया गया है। नदियां हमारे देश के लिए जीवनदायिनी रही हैं।
देवों के देव महादेव को उनके भोले स्वभाव के कारण भोलेनाथ भी कहा जाता है। भगवान शिव का स्वभाव जितना भोला है, उतना ही तेज है उनका क्रोध।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, हिंदू धर्म में तैंतीस करोड़ या तैंतीस कोटि देवी-देवता हैं। हालांकि यह भी कहा जाता है कि कुल तैंतीस देवता हैं, जिनमें 8 वसु, 11 रुद्र, 12 आदित्य, इंद्र, प्रजापति शामिल हैं।