Aaj Ka Panchang: आज 6 अक्टूबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 6 October 2025: आज 6 अक्टूबर 2025 आश्विन मास का 29वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है, जो कि 12:23 पी एम तक जारी रहेगी। इसके बाद पूर्णिमा तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज सोमवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा मीन राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:45 ए एम से 12:32 पी एम तक है। इस दिन राहुकाल 07:45 ए एम से 09:13 ए एम तक रहेगा। आज कोजागर पूजा, शरद पूर्णिमा और आश्विन पूर्णिमा व्रत रखा जाएगा। साथ ही वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 6 अक्टूबर 2025 (Aaj Ka Panchang 6 October 2025)
- तिथि - 12:23 पी एम तक शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि। इसके बाद पूर्णिमा तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद (04:01 ए एम, अक्टूबर 07 तक) रेवती
- दिन/वार - सोमवार
- योग - वृद्धि (01:14 पी एम तक) ध्रुव
- करण - वणिज (12:23 पी एम तक) विष्टि (10:53 पी एम तक) बव
आश्विन शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि प्रारंभ - 03:03 पी एम, अक्टूबर 05
आश्विन शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि समाप्त - 12:23 पी एम, अक्टूबर 06
सूर्य-चंद्र गोचर (Surya-Chandra Gochar)
- सूर्य - सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा मीन राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त (Surya aur Chandrama ka Muhurat)
- सूर्योदय - 06:17 ए एम
- सूर्यास्त - 06:01 पी एम
- चन्द्रोदय - 05:27 पी एम
- चन्द्रास्त - 06:14 ए एम, अक्टूबर 07
आज का शुभ मुहूर्त और योग 6 अक्टूबर 2025 (Aaj ka Shubh Muhurat aur Yog 6 October 2025)
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:39 ए एम से 05:28 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:45 ए एम से 12:32 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:06 पी एम से 02:53 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 06:01 पी एम से 06:26 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 06:01 पी एम से 07:15 पी एम
- अमृत काल - 11:40 पी एम से 01:07 ए एम, अक्टूबर 07
आज का अशुभ मुहूर्त 6 अक्टूबर 2025 (Aaj ka Ashubh Muhurat 6 October 2025)
- राहु काल - 07:45 ए एम से 09:13 ए एम
- गुलिक काल - 01:37 पी एम से 03:05 पी एम
- यमगंड - 10:41 ए एम से 12:09 पी एम
- वर्ज्य - 02:58 पी एम से 04:25 पी एम
- गण्ड मूल - 04:01 ए एम, अक्टूबर 07 से 06:17 ए एम, अक्टूबर 07
- भद्रा - 12:23 पी एम से 10:53 पी एम
- पंचक - पूरे दिन
- दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
6 अक्टूबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत (6 October 2025 ke Parv / Tyohar / Vrat)
- सोमवार का व्रत - आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है।
- आश्विन पूर्णिमा व्रत - हिन्दु धर्म में पूर्णिमा व्रत को अत्यन्त महत्वपूर्ण माना जाता है, जो प्रत्येक माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को किया जाता है। बत्तीसी पूर्णिमा व्रत, जिसे द्वात्रिंशी पूर्णिमा व्रत भी कहा जाता है, का उल्लेख भविष्यपुराण में है, जिसमें मार्गशीर्ष से पौष माह तक की पूर्णिमाओं में व्रत करने और भाद्रपद की पूर्णिमा को उद्यापन करने का विधान है। इस व्रत से सुख-सौभाग्य, पुत्र-पौत्रादि की प्राप्ति होती है। पूर्णिमा तिथि भगवान विष्णु के पूजन और चन्द्रोपासना के लिए भी महत्वपूर्ण है, जिससे पापों का क्षय, पुण्य वृद्धि और मानसिक शुद्धि होती है। विभिन्न धार्मिक ग्रन्थों में इसका उल्लेख है, जो इसकी कल्याणकारी और फलदायी प्रकृति को दर्शाता है।
- कोजागर पूजा - कोजागर व्रत पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है, जिसमें देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा-आराधना की जाती है। इस व्रत में रात्रिकाल में जागरण करने का विधान है, क्योंकि आश्विन पूर्णिमा की रात्रि में माता लक्ष्मी संसार में भ्रमण हेतु निकलती हैं और जागते हुए भक्तों को धन-धान्य से सम्पन्न करती हैं। इस व्रत को कोजागरी पूजा, बंगाली लक्ष्मी पूजा और कौमुदी व्रत भी कहा जाता है। स्कन्दपुराण के अनुसार, कोजगर व्रत एक सर्वश्रेष्ठ व्रत है, जिसका पालन करने से उत्तम गति प्राप्त होती है और जीवन में ऐश्वर्य, आरोग्य और सुख की प्राप्ति होती है।
- शरद पूर्णिमा - शरद पूर्णिमा हिन्दु कैलेण्डर में एक प्रमुख पूर्णिमा है, जिसमें चन्द्रमा की सोलह कलाओं का महत्व है। इस दिन चन्द्रमा की पूजा करना विशेष महत्व रखता है, क्योंकि सोलह कलाओं का संयोजन एक आदर्श व्यक्तित्व का निर्माण करता है। भगवान श्री कृष्ण को सोलह कलाओं से परिपूर्ण अवतार माना जाता है, जबकि भगवान श्री राम को बारह कलाओं का संयोजन माना जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन नवविवाहित सौभाग्यवती स्त्रियां उपवास प्रारम्भ करती हैं, जो वर्ष की प्रत्येक पूर्णिमासी को उपवास करने का संकल्प लेती हैं। गुजरात में इसे शरद पूनम के नाम से जाना जाता है।
6 अक्टूबर 2025 आज के उपाय (6 October 2025 Aaj ke Upay)
- सोमवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से कई लाभ मिल सकते हैं। इस दिन शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल, दूध और गंगाजल चढ़ाएं, और बेलपत्र, धतूरा अर्पित करें। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से रोग और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। शिव मंदिर में रुद्राक्ष दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन सफेद रंग के कपड़े पहनने और व्रत रखने से मन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा रहती है। आर्थिक तंगी दूर करने के लिए सोमवार की रात शिव मंदिर में घी का दीपक जलाएं, और नौकरी में सफलता पाने के लिए शिवलिंग पर शहद चढ़ाएं। इन उपायों से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिल सकती है।
- शरद पूर्णिमा के दिन करें ये उपाय - शरद पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी पृथ्वी लोक पर विचरण करती हैं और साफ-सुथरे घरों में प्रवेश करती हैं, जहां उनकी पूजा हो रही हो। इस रात सफेद वस्त्र धारण करके भगवान विष्णु के साथ महालक्ष्मी की पूजा करें, कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें और ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का 108 बार जप करें। इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर धन-धान्य में वृद्धि करती हैं। केसर युक्त खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखना और प्रसाद के रूप में ग्रहण करना आरोग्य और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का एक तरीका है। पति-पत्नी चंद्रमा को दूध अर्घ्य देकर दांपत्य जीवन में परेशानियां दूर कर सकते हैं और चंद्र दोष के अशुभ प्रभाव को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, पीपल की पूजा करने और माता लक्ष्मी के मंदिर जाकर नारियल, मेवे और लाल चुनरी अर्पित करने से भी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
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