7 October Panchang: आज 7 अक्टूबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
7 October Panchang 2025: आज 7 अक्टूबर 2025 आश्विन मास का 30वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है, जो कि 09:16 ए एम तक जारी रहेगी। इसके बाद कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज मंगलवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा 01:28 ए एम, अक्टूबर 08 तक मीन राशि में रहेंगे। इसके बाद मेष राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज मंगलवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:45 ए एम से 12:32 पी एम तक है। इस दिन राहुकाल 03:04 पी एम से 04:32 पी एम तक रहेगा। आज वाल्मीकि जयंती, मीराबाई जयंती और आश्विन पूर्णिमा है। साथ ही वार के हिसाब से आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
7 अक्टूबर का पंचांग 2025 (7 October Ka Panchang 2025)
- तिथि - 09:16 ए एम तक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि। इसके बाद कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र - रेवती (01:28 ए एम, अक्टूबर 08 तक) अश्विनी
- दिन/वार - मंगलवार
- योग - ध्रुव (09:31 ए एम तक) व्याघात (05:35 ए एम, अक्टूबर 08 तक) हर्षण
- करण - बव (09:16 ए एम तक) बालव (07:36 पी एम तक) कौलव (05:53 ए एम, अक्टूबर 08 तक) तैतिल
आश्विन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि प्रारंभ - 12:23 पी एम, अक्टूबर 06
आश्विन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि समाप्त - 09:16 ए एम, अक्टूबर 07
कार्तिक कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि प्रारंभ - 09:16 ए एम, अक्टूबर 07
कार्तिक कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि समाप्त - 05:53 ए एम, अक्टूबर 08
नोट- आज पूर्णिमा तिथि है। साथ ही कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का क्षय हो रहा है।
सूर्य-चंद्र गोचर (Surya-Chandra Gochar)
- सूर्य - सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा 01:28 ए एम, अक्टूबर 08 तक मीन राशि में रहेंगे। इसके बाद मेष राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त (Surya aur Chandrama ka Muhurat)
- सूर्योदय - 06:17 ए एम
- सूर्यास्त - 06:00 पी एम
- चन्द्रोदय - 06:01 पी एम
- चन्द्रास्त - चन्द्रास्त नहीं
7 अक्टूबर 2025 का शुभ मुहूर्त और योग (7 October 2025 ka Shubh Muhurat aur Yog)
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:39 ए एम से 05:28 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:45 ए एम से 12:32 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:06 पी एम से 02:53 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 06:00 पी एम से 06:25 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 06:00 पी एम से 07:14 पी एम
- अमृत काल - 11:19 पी एम से 12:45 ए एम, अक्टूबर 08
- सर्वार्थ सिद्धि योग - 01:28 ए एम, अक्टूबर 08 से 06:18 ए एम, अक्टूबर 08
- अमृत सिद्धि योग - 01:28 ए एम, अक्टूबर 08 से 06:18 ए एम, अक्टूबर 08
7 अक्टूबर 2025 का अशुभ मुहूर्त (7 October 2025 ka Ashubh Muhurat)
- राहु काल - 03:04 पी एम से 04:32 पी एम
- गुलिक काल - 12:09 पी एम से 01:37 पी एम
- यमगंड - 09:13 ए एम से 10:41 ए एम
- वर्ज्य - 02:45 पी एम से 04:10 पी एम
- गण्ड मूल - पूरे दिन
- पंचक - 06:17 ए एम से 01:28 ए एम, अक्टूबर 08
- विडाल योग - 01:28 ए एम, अक्टूबर 08 से 06:18 ए एम, अक्टूबर 08
- आडल योग - 06:17 ए एम से 01:28 ए एम, अक्टूबर 08
- दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
7 अक्टूबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत (7 October 2025 ke Parv / Tyohar / Vrat)
- मंगलवार का व्रत - आज आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित है।
- वाल्मिकी जयंती - महर्षि वाल्मीकि को संस्कृत साहित्य के प्रथम कवि के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने रामायण महाकाव्य की रचना की। उन्हें आदि कवि भी कहा जाता है। वाल्मीकि की जयंती आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाई जाती है। वह भगवान श्री राम के समकालीन थे और उन्होंने अपने आश्रम में देवी सीता को शरण दी थी, जहां उनके जुड़वां पुत्र लव और कुश का जन्म हुआ था। वाल्मीकि का प्रारंभिक जीवन एक डाकू के रूप में था, लेकिन देवर्षि नारद मुनि के परामर्श से उन्होंने राम नाम का जाप करते हुए तपस्या की और महर्षि वाल्मीकि बन गए।
- मीराबाई जयंती - मीरा बाई एक महान हिन्दु कवि और भगवान श्री कृष्ण की भक्त थीं। उनका जन्म 1498 में राजस्थान के कुडकी गांव में हुआ था और उनका विवाह चित्तौड़ के राजा भोज राज से हुआ था। मीरा बाई ने भगवान श्री कृष्ण को अपना प्रियतम माना और उनकी भक्ति में जीवन समर्पित किया। उन्होंने लगभग 1300 कविताएं लिखीं जो भगवान श्री कृष्ण की स्तुति में हैं। मीरा बाई की जयंती शरद पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है, हालांकि ऐतिहासिक साक्ष्यों पर एकरूपता नहीं मिलती। उनकी मृत्यु 1547 में हुई थी और प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, वह चमत्कारिक रूप से कृष्ण की छवि में विलीन हो गई थीं।
- आश्विन पूर्णिमा - आश्विन पूर्णिमा हिन्दुओं के लिए एक शुभ तिथि है, जो शरद ऋतु में आती है। इस दिन चन्द्रमा अपनी सोलह कलाओं के साथ प्रकाशित होता है और दूध-चावल की खीर बनाकर चन्द्रमा की किरणों में रखी जाती है, जिससे उसमें औषधीय गुण आ जाते हैं। आश्विन पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा या कोजागर लक्ष्मी पूजा भी कहा जाता है, जिसमें देवी लक्ष्मी की आराधना की जाती है। इस रात जागरण करने वालों को माता लक्ष्मी धन-धान्य और सुख-सम्पत्ति प्रदान करती हैं।
7 अक्टूबर 2025 आज के उपाय (7 October 2025 Aaj ke Upay)
- मंगलवार के उपाय - मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल और लाल फूल चढ़ाएं। इसके अलावा, मंगल ग्रह के मंत्र "ॐ अं अंगारकाय नमः" का जाप करने से भी शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। गुड़, तांबे के बर्तन, लाल वस्त्र आदि दान करने और मूंगे की अंगूठी पहनने से भी मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। भोजन में मसूर की दाल शामिल करने से भी लाभ मिलता है। इन उपायों को करने से मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है और शुभ परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
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