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ज्ञानगंगा

नागा साधु  किसकी पूजा करते हैं?
नागा साधु किसकी पूजा करते हैं?
नागा साधु भारत की प्राचीन धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे केवल सनातन धर्म के संरक्षक भी माने जाते हैं। इनका जीवन कठोर तपस्चर्या, शैव परंपराओं और भगवान शिव की भक्ति में बीतता है। नागा साधु धार्मिक अनुष्ठानों के विशेषज्ञ होते हैं। साथ ही हिंदू धर्म की रक्षा में भी ऐतिहासिक योगदान भी देते हैं।
नागा भभूत क्यों लगाते हैं?
नागा भभूत क्यों लगाते हैं?
नागा साधु अपने पूरे शरीर पर भभूत लगाते हैं। ये हमेशा नग्न अवस्था में ही नजर आते हैं। चाहे कोई भी मौसम हो, उनके शरीर पर वस्त्र नहीं होते। वे शरीर पर भस्म लपेटकर घूमते हैं। नागाओं में भी दिगंबर साधु ही शरीर पर भभूत लगाते हैं। यह भभूत ही उनका वस्त्र और श्रृंगार होता है। यह भभूत उन्हें बहुत सारी आपदाओं से बचाता भी है।
गणेश विसर्जन की परंपरा कैसे शुरू हुई
गणेश विसर्जन की परंपरा कैसे शुरू हुई
सनातन धर्म में गणेश चतुर्थी का पर्व धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दौरान भक्त पूरी श्रद्धा के साथ गणपति जी का अपने घर में स्वागत करते हैं। इस उत्सव को 10 दिनों तक मनाया जाता है। लोग अपनी श्रद्धा के अनुसार, डेढ़ दिन, 3 दिन, 5 दिन, 7 दिन या 10 दिनों के लिए गणेश जी की स्थापना करते हैं।
Vahan Kharidane Shubh Muhurat 2025 (साल 2025 में वाहन खरीदी के शुभ मुहूर्त)
Vahan Kharidane Shubh Muhurat 2025 (साल 2025 में वाहन खरीदी के शुभ मुहूर्त)
वाहन खरीदना एक महत्वपूर्ण काम होता है जहां आपका एक सपना वास्तविकता में बदलने वाला होता है। हिंदू धर्म में जिस तरह लोग मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखते हैं उसी तरह संपत्ति, वाहन, भूमि खरीदने से पहले भी शुभ मुहूर्त देखा जाता है।
साल 2025 में प्रॉपर्टी खरीद  के शुभ मुहूर्त
साल 2025 में प्रॉपर्टी खरीद के शुभ मुहूर्त
भारतीय संस्कृति में शुभ मुहूर्त का महत्व सदियों से जारी है। चाहे वह शादी-विवाह हो, मुंडन, अन्य अनुष्ठान, या फिर संपत्ति की खरीदारी, शुभ मुहूर्त का पालन करना अत्यंत आवश्यक माना जाता है। यही कारण है कि लोग किसी भी महत्वपूर्ण काम के लिए शुभ मुहूर्त की तलाश करते हैं।
साल 2025 में नया व्यवसाय शुरू करने के शुभ मुहूर्त
साल 2025 में नया व्यवसाय शुरू करने के शुभ मुहूर्त
नया व्यवसाय शुरू करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है जिसमें कई चीजें शामिल होती हैं। रणनीति, कड़ी मेहनत, नवाचार, और सबसे महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त। जी हां, सही समय चुनना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आपके व्यवसाय की रणनीति और योजना।
साल 2025 में रिंग सेरेमनी या सगाई के शुभ मुहूर्त
साल 2025 में रिंग सेरेमनी या सगाई के शुभ मुहूर्त
सगाई का दिन! जिंदगी का वो खास पल जब दो दिल एक दूसरे के साथ जुड़ते हैं और एक नई यात्रा की शुरुआत होती है।
व्रत खोलते समय मीठा क्यों खाते हैं?
व्रत खोलते समय मीठा क्यों खाते हैं?
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ करने के साथ-साथ व्रत रखने की भी मान्यता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर व्रत रखा जाए, तो व्रत का पारण भी विधिवत रूप से करना महत्वपूर्ण माना जाता है। बिना व्रत के पारण के पूजा सफल नहीं मानी जाती है।
ब्रह्मा जी की क्यों नहीं की जाती है उपासना?
ब्रह्मा जी की क्यों नहीं की जाती है उपासना?
हिंदू धर्म में ब्रह्मा, विष्णु और महेश को त्रिमूर्ति माना जाता है। ये तीनों देवता सृष्टि के रचनाकार, पालनकर्ता और संहारक हैं। विष्णु और महेश की पूजा तो हर जगह होती है, लेकिन ब्रह्मा जी की पूजा क्यों नहीं होती, यह सवाल अक्सर लोगों के मन में उठता है।
ब्रह्म मुहूर्त में क्यों उठना चाहिए?
ब्रह्म मुहूर्त में क्यों उठना चाहिए?
हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को एक अत्यंत पवित्र और शुभ समय माना जाता है। हमारे ऋषि-मुनियों ने ब्रह्म मुहूर्त में उठने को अत्यंत लाभकारी बताया है। धार्मिक ग्रंथों और वेदों में भी इस समय का विशेष महत्व बताया गया है।
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