शिव पञ्चाक्षर स्तोत्रम् (Shiv Panchakshar Stotram)

॥ शिव पञ्चाक्षर स्तोत्रम् ॥

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय, भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।


नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय, तस्मै नकाराय नमः शिवाय॥1॥

मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय, नन्दीश्वर-प्रमथनाथमहेश्वराय।


मन्दारपुष्प बहुपुष्पसुपूजिताय, तस्मै मकाराय नमः शिवाय॥2॥

शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द, सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय।


श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय, तस्मै शिकाराय नमः शिवाय्॥3॥

वसिष्ठकुम्भोद्भव गौतमार्य, मुनीन्द्र देवार्चितशेखराय।


चन्द्रार्कवैश्वानर लोचनाय, तस्मै वकाराय नमः शिवाय॥4॥

यक्षस्वरूपाय जटाधराय, पिनाकहस्ताय सनातनाय।


दिव्याय देवाय दिगम्बराय, तस्मै यकाराय नमः शिवाय॥5॥

पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिव सन्निधौ।


शिवलोकमवाप्नोति, शिवेन सह मोदते॥6॥

 ॥ इति श्रीमच्छङ्कराचार्यविरचितं शिवपञ्चाक्षरस्तोत्रं सम्पूर्णम्। ॥ 

........................................................................................................
Choti Holi 2025 (छोटी होली 2025 कब है)

होली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे रंगों और उत्साह के साथ मनाया जाता है। होली से एक दिन पहले मनाई जाने वाली छोटी होली को होलिका दहन कहा जाता है।

नवरात्रि सम्पूर्ण पूजन विधि

नवरात्रि माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पावन पर्व है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इसे बड़े श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाता है। एक वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं—चैत्र, आषाढ़, माघ और शारदीय नवरात्र।

करलो करलो चारो धाम, मिलेंगे कृष्ण, मिलेंगे राम (Karlo Karlo Charo Dham)

करलो करलो चारो धाम,
मिलेंगे कृष्ण, मिलेंगे राम

वृश्चिक संक्रांति का मुहूर्त

भगवान सूर्य देव की उपासना का दिन वृश्चिक संक्रांति हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहार में से एक है। मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति को धन वैभव की प्राप्ति के साथ दुःखों से मुक्ति मिलती है। लेकिन क्या आपको पता है इस साल वृश्चिक संक्रांति कब हैं। वृश्चिक संक्रांति 2824 को लेकर थोड़ा असमंजस है।