जय जय भगीरथ-नंदिनी, मुनि-चय चकोर-चन्दिनी,
नर-नाग-बिबुध-वंदिनी, जय जह्नुबालिका।
जय जय भगीरथ-नंदिनी...
विष्णु-पद-सरोज-राशि, ईश-शीश पर बिभासि,
त्रिपथगासि, पुन्यराशि,पाप-छालिका॥
जय जय भगीरथ-नंदिनी...
विमल विपुल बहसि बारि, शीतल त्रयताप-हारि,
भँवर बर बिभन्ग-तर, तरन्ग-मालिका॥
जय जय भगीरथ-नंदिनी...
पुरजन पूजोपहार शोभित, शशि धवल धार,
भंजन भव-भार,भक्ति-कल्प थालिका॥
जय जय भगीरथ-नंदिनी...
निज तट वासी बिहन्ग,जल-थल-चर पशु-पतन्ग,
कीट, जटिल तापस,सब सरिस पालिका।
जय जय भगीरथ-नंदिनी...
तुलसी तव तीर तीर, सुमिरत रघुवंश-वीर,
बिचरत मति देहि, मोह-महिष-कालिका॥
जय जय भगीरथनन्दिनि...
जय जय भगीरथ-नंदिनी, मुनि-चय चकोर-चन्दिनी,
नर-नाग-बिबुध-वंदिनी, जय जह्नुबालिका॥
भगीरथ-नंदिनी मैया गंगा की जय
1. सोमवार: सोमवार का दिन भागीरथी-नंदिनी जी को समर्पित है, इसलिए इस दिन आरती करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
2. पूर्णिमा: पूर्णिमा के दिन भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करना शुभ माना जाता है।
3. अमावस्या: अमावस्या के दिन भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करना भी शुभ माना जाता है।
4. गंगा जयंती: गंगा जयंती के दिन भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
इसके अलावा, आप भागीरथी-नंदिनी जी की आरती किसी भी शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं, जैसे कि:
- सुबह सूर्योदय के समय
- शाम सूर्यास्त के समय
- रात्रि में दीपक जलाने के समय
आरती करने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। आरती के दौरान भागीरथी-नंदिनी जी की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें और दीपक जलाएं। आरती के बाद, प्रसाद वितरित करें।
1. पापों का नाश: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से पापों का नाश होता है।
2. मानसिक शांति और संतुष्टि: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से मानसिक शांति और संतुष्टि मिलती है।
3. आध्यात्मिक विकास: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से आध्यात्मिक विकास होता है।
4. स्वास्थ्य में सुधार: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से स्वास्थ्य में सुधार होता है।
5. करियर में सफलता: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से करियर में सफलता मिलती है।
6. आर्थिक संकट से मुक्ति: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से आर्थिक संकट से मुक्ति मिलती है।
7. नेगेटिविटी से बचाव: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से नेगेटिविटी से बचाव होता है।
8. मोक्ष की प्राप्ति: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
9. सुख और शांति: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से सुख और शांति मिलती है।
10. दुर्भाग्य से मुक्ति: भागीरथी-नंदिनी जी की आरती करने से दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है।
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