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Marghat Wale Baba, Mandir (मरघट वाले बाबा मंदिर, दिल्ली)

Marghat Wale Baba, Mandir (मरघट वाले बाबा मंदिर, दिल्ली)

मरघट वाले बाबा हनुमान के नाम से प्रसिद्ध है दिल्ली का ये मंदिर


दिल्ली के यमुना बाजार स्थित मरघट वाले बाबा का मंदिर चमत्कारी हनुमान मंदिरों में से एक है। यहां पर हनुमान जी को मरघट वाले बाबा हनुमान कहा जाता है। दिल्ली के यमुना बाजार में बना यह मंदिर जहां हर मंगलवार और शनिवार को हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। बाबा के दर्शन के लिए आये भक्तों को 1-1 घंटे तक लाईन में लगना पड़ता है। हर साल मंदिर में हनुमान जयंति का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। 



मंदिर का इतिहास


पौराणिक कथा अनुसार, रामायण काल में जब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर लक्ष्मण जी के लिए लेकर जा रहे थे, उस समय हनुमान जी ने युमना नदी को देखा और उन्होंने इस जगह पर विश्राम किया। जब हनुमान नीचे उतरे तो उन्होंने देखा कि यहां तो श्मशान घाट है और हनुमान जी के आते ही श्मशान के बुरी आत्माओं में हाहाकार मच गया, फिर हनुमान जी ने सभी आत्माओं को मुक्ति प्रदान की। यमुना जी ने भी हनुमान जी से कहा कि वो प्रतिवर्ष एक बार उनके दर्शन करने आएंगी। इसलिए इस जगह पर मरघट, यानी श्मशान होने की वजह से इस मंदिर को मरघट वाले बाबा के नाम से जाना जाता है। तब से इसे मरघट वाले हनुमान बाबा मंदिर कहा जाने लगा। 



मंदिर की विशेषता 


यह मंदिर यमुना नदी के किनारे स्थित है। बता दें कि इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति जमीन से करीब 7 से 8 फीट नीचे तक है। पहले यह मंदिर यमुना नदी के किनारे स्थित था। फिर धीरे-धीरे यमुना नदी का पानी कम होता गया और यमुना नदी मंदिर से दूर  होती गई। हालांकि, हर साल यमुना नदी का जल स्तर बढ़कर मंदिर तक आता है। मान्यता के अनुसार, यमुना जी ने हनुमान जी से कहा था कि वो प्रतिवर्ष एक बार उनके दर्शन करने आएंगी। इसलिए जब यमुना जी का हनुमान जी के दर्शन करने का मन होता है तो वह विशाल रूप लेकर इस मंदिर में आ जाती हैं। 



कैसे पहुंचे मरघट वाले बाबा मंदिर 


यह मंदिर कश्मीरी गेट के पास स्थित है। मंदिर तक पहुंचने का नजदीकी मेट्रो स्टेशन यमुना बाजार है। 


समय - सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे, दोपहर 4:00 बजे से रात 10:00 बजे



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