दिल्ली का बालाजी बोबासा मंदिर, जहां नारियल बांधने से पूरी होती हैं मनोकामनाएं
दिल्ली के रोहिणी में स्थित श्री बालाजी बाबोसा मंदिर काफी फेमस है। बाबोसा भगवान एक ऐसे देवता हैं, जो अपने भक्तों के बीच में अनेक रूपों में देखे जाते हैं। कोई उन्हे कृष्ण के रूप में, कोई उन्हें विष्णु रूप में, तो कोई उन्हें बजरंगबली का रूप में देखता है। यहां पर चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को हर साल हनुमान जयंती खूब धूमधाम से मनाया जाता है।
दिल्ली के रोहिणी में स्थित यह मंदिर श्रद्धालुओं के भी आस्था का केंद्र बना हुआ है। मान्यता है कि यहां पर स्थापित हनुमान जी के बाल स्वरूप श्री बाबोसा भगवान अपने सभी भक्तों के मन की मुरादें पूरी करते है।
मंदिर की विशेषता
यहाँ पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आकर भगवान से अपनी मनोकामना मांगते है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में नारियल बांधने मात्रा से ही व्यक्ति की हर मनोकामनाएं पूरी होती है। बता दें कि बाबोसा मंदिर में मूर्ति की स्थापना परम आराधिका मंजू बाईसा जी द्वारा की गई है।
कैसे पहुंचे मंदिर
पश्चिमी दिल्ली के रोहिणी में श्री बाबा जी बाबोसा मंदिर रोहिणी सेक्टर 23, पॉकेट 9 में स्थित है। यहां पहुंचने का नियरेस्ट मेट्रो स्टेशन रिठाला है। आप मंदिर पहुंचने के लिए मेट्रो स्टेशन से ई रिक्शा का सहारा ले सकते हैं।
समय - सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे, शाम 4:30 बजे से रात 9:30 बजे
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि है। वहीं आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर श्रवण नक्षत्र और परिघ और शिव योग का संयोग बन रहा है।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। वहीं आज गुरुवार का दिन है। इस तिथि पर शतभिषा नक्षत्र और सिद्ध और शिव योग का संयोग बन रहा है।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। वहीं आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर शतभिषा नक्षत्र और सिद्ध योग का संयोग बन रहा है।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। वहीं आज शनिवार का दिन है। इस तिथि पर पूर्वभाद्रपदा नक्षत्र और साध्य योग के साथ सिद्ध योग का संयोग बन रहा है।