आज देवउठनी एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में यह दिन अत्यंत पवित्र माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं और चातुर्मास का समापन होता है। देवउठनी ग्यारस को देव प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है और यह भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी के पूजन के लिए विशेष है। इस दिन से विवाह और अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत होती है। इस साल देवउठनी ग्यारस पर विशेष हर्षण योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं जो इसे और भी शुभ बना देते हैं।
देवउठनी एकादशी पर इस साल बनने वाले हर्षण योग और सर्वार्थ सिद्धि योग के प्रभाव से कुछ राशि वाले जातकों के लिए यह समय बहुत लाभकारी रहेगा। ज्योतिषीय दृष्टि से इस दिन के योग विशेष आर्थिक समृद्धि और करियर में उन्नति लेकर आएंगे। आइए जानते हैं, किन राशियों को विशेष लाभ मिलेगा और किन उपायों को अपनाकर वे अपनी किस्मत को और भी संवार सकते हैं।
देवउठनी एकादशी का दिन मेष राशि के जातकों के लिए धन लाभ का संकेत देता है। हर्षण योग और सर्वार्थ सिद्धि योग के प्रभाव से इस राशि के लोगों को आर्थिक लाभ हो सकता है। यदि उन्होंने पहले किसी जगह निवेश किया हुआ है, तो इस समय उसका अच्छा लाभ मिलने की संभावना है। इसके अलावा, कुछ अनपेक्षित स्रोतों से भी धन प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में लगे लोगों के लिए प्रमोशन या वेतन वृद्धि की भी संभावना बन रही है। यह समय मेष राशि वालों के लिए आर्थिक स्थिति को और मजबूत बनाने का है।
विशेष उपाय: मेष राशि के जातक इस दिन श्री हरि का ध्यान करें और पीले वस्त्र धारण करके पूजा करें। भगवान विष्णु को तुलसी पत्र अर्पित करें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। इससे उन्हें आर्थिक लाभ और श्री हरि का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
कर्क राशि के जातकों के लिए देवउठनी एकादशी करियर और कारोबार में लाभ लेकर आ रही है। इस दिन से उन्हें करियर में सकारात्मक बदलाव महसूस होंगे, और नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। जो लोग अपने करियर में नई शुरुआत करना चाहते हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल है। इसके अलावा, वे व्यापार में विस्तार की योजना बना रहे हैं, तो यह समय फायदेमंद रहेगा। इस दिन घर या वाहन खरीदने का भी योग बन रहा है, जो उनके जीवन में स्थिरता और सुख-समृद्धि लाएगा।
विशेष उपाय: कर्क राशि के जातकों को इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के बाद पीपल के वृक्ष के पास दीपक जलाना चाहिए। इसके अलावा, तुलसी विवाह का आयोजन भी कर सकते हैं। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
तुला राशि के जातकों के लिए देवउठनी एकादशी का दिन अत्यंत शुभ है। नौकरी और व्यापार में सफलता के योग बन रहे हैं, जिससे उनकी स्थिति मजबूत होगी। पुराने निवेश से लाभ प्राप्त होने की संभावना है। इसके साथ ही, इस दिन दांपत्य जीवन में भी सुखद बदलाव देखने को मिल सकते हैं। पारिवारिक विवादों का समाधान हो सकता है, और निवेश के लिए अनुकूल योग बने रहेंगे। इसके अलावा, पुराने रोग से छुटकारा मिलने का भी योग है, जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर होगा।
विशेष उपाय: तुला राशि के जातक भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें। पीले वस्त्र पहनें और घर के मुख्य द्वार पर दीप जलाएं। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और श्री हरि को तुलसी पत्र अर्पित करें। इससे उनके जीवन में सुख-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए देवउठनी एकादशी व्यवसाय और आर्थिक लाभ का अवसर लेकर आ रही है। इस दिन बनने वाले विशेष योग के कारण वे किसी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं या वर्तमान व्यवसाय में विस्तार की योजना बना सकते हैं। आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ समाज में मान-सम्मान भी बढ़ेगा। उनके लिए यह समय धन वृद्धि का भी है, जिससे वे अपने आर्थिक लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं।
विशेष उपाय: वृश्चिक राशि के जातकों को इस दिन भगवान विष्णु का विधिवत पूजन करना चाहिए। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और श्री हरि को केले का भोग अर्पित करें। इससे उनके जीवन में आर्थिक समृद्धि आएगी और कारोबार में उन्नति होगी।
दिक मंत्र सदियों से सनातन संस्कृति और हिंदू धर्म का अभिन्न हिस्सा रहा हैं। ये मंत्र प्राचीन वैदिक साहित्य से उत्पन्न हुए हैं और इनका उल्लेख वेदों, उपनिषदों और अन्य धर्मग्रंथों में भी मिलता है।
देव है ये भोले भक्तो का,
खुद भी भोला भाला,
गणपति बाप्पा मोरया
मंगल मूर्ति मोरया
नाथों के नाथ महादेव शिव शंकर
भीड़ में सुनसान में साक्षात् शम्भुनाथ