सनातन धर्म की परंपराओं के अनुसार, कुंभ मेले में पवित्र नदी में स्नान करना और पूजा-अर्चना करना महत्वपूर्ण माना जाता है। महाकुंभ के अवसर पर देश-विदेश से श्रद्धालु पवित्र नदी में स्नान करने के लिए आते हैं। महाकुंभ के समय पवित्र नदी में स्नान का विशेष महत्व होता है। हालांकि, महाकुंभ के प्रत्येक दिन नदी में स्नान करना पुण्यदायी माना जाता है।
प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन के कारण यह शहर हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है। यहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती का संगम होता है, जिससे प्रयागराज के घाटों का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। यदि आप कुंभ मेले में जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन प्रसिद्ध घाटों पर अवश्य समय बिताएं और किसी एक घाट पर स्नान कर पुण्य अर्जित करें।
महाकुंभ मेला के दौरान कुल छह शाही स्नान आयोजित किए जाएंगे
साल का बदलना लोगों के भाग्य में बड़ा बदलाव लेकर आता है। कुछ राशि के जातकों के लिए साल बदलना अच्छा और सुनहरा होता है, तो कुछ राशियों के लिए साल बदलने के बाद मेहनत और संघर्ष करना होता है। ऐसे में हर कोई ये जानना चाहता है कि ये आने वाले साल उनके रिश्ते, करियर, स्वास्थ्य, नौकरी और व्यवसाय के लिए कैसा होगा।
नए साल की शुरुआत नई उम्मीदों और योजनाओं के साथ होती है। ऐसे में किसी भी नई उम्मीद को आगे लेकर चलने के लिए मन में विश्वास होना बेहद जरूरी है। ये विश्वास आपके कामों में सफलता और उन्हें पूरा करने की ऊर्जा देता है।
साल के बदलते ही लोगों के जीवन में कुछ ना कुछ बदलाव जरूर आते हैं। साल 2025 भी सभी राशि के जातकों के लिए बदलाव लेकर आएगा। ऐसे में कुछ लोग अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव महसूस करेंगे तो कुछ के जीवन में संघर्ष बढ़ेगा। यदि आप भी राशि के अनुसार अपने जीवन के बदलावों के बारे में जानना चाहते हैं
प्रेम वार्षिक राशिफल 2025: साल के बदलने से लोगों के भाग्य में भी परिवर्तन आता है। ऐसे में कुछ राशि वाले जातकों के लिए साल अच्छे और सुनहरे अवसर लेकर आता है, तो कुछ लोगों के लिए मेहनत और संघर्ष।