सूर्य मंत्र

ॐ सूर्याय नमः 

ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकरः 

ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ।

ॐ घृणि सूर्याय नमः

ॐ घृणि सूर्य्यः आदित्यः

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय,

मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।


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सबके दिल में, श्याम की तस्वीर है (Sabke Dil Mein, Shyam Ki Tasveer Hai)

सबके दिल में,
श्याम की तस्वीर है,

घर पर कैसे करें पितरों की पूजा

आश्विन मास के कृष्ण पक्ष में मनाए जाने वाले श्राद्ध को पितृ पक्ष कहते हैं। इस दौरान पूर्वजों का श्राद्ध उनकी तिथि के अनुसार श्रद्धा भाव से विधि-विधानपूर्वक किया जाता है।

मेरी माँ अंबे दुर्गे भवानी(Meri Maa Ambe Durga Bhawani)

मेरी माँ अंबे दुर्गे भवानी,
किस जगह तेरा जलवा नहीं है,

जय हों तेरी गणराज गजानन (Jai Ho Teri Ganraj Gajanan)

प्रथमें गौरा जी को वंदना,
द्वितीये आदि गणेश,

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