Aaj Ka Panchang: आज 3 जुलाई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 3 July 2025: आज 3 जुलाई 2025 को आषाढ़ माह का 23वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष तिथि अष्टमी है। आज गुरूवार का दिन है। सूर्य देव मिथुन राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा कन्या राशि से तुला में प्रवेश करेंगे। आपको बता दें, आज गुरूवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:58 ए एम से 12:53 पी एम तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 02:10 पी एम से 03:54 पी एम तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 3 जुलाई 2025
- तिथि - अष्टमी
- नक्षत्र - हस्त, चित्रा
- दिन/वार - गुरूवार
- योग - परिघ और शिव
- करण - बव, बालव और कौलव
आषाढ़ शुक्ल अष्टमी तिथि प्रारंभ - 11:58 ए एम से, 2 जुलाई
आषाढ़ शुक्ल अष्टमी तिथि समाप्त - 02:06 पी एम तक
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - मिथुन
- चंद्र - कन्या ( 03:19 ए एम, जुलाई 4 तक) से तुला में प्रवेश करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - 05:28 ए एम
- सूर्यास्त - 07:23 पी एम
- चन्द्रोदय - 12:54 पी एम
- चन्द्रास्त - 12:28 ए एम (04 जुलाई)
आज का शुभ मुहूर्त और योग 3 जुलाई 2025
- रवि योग - 01:50 पी एम से 05:28 ए एम, जुलाई 04
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:07 ए एम से 04:47 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:58 ए एम से 12:53 पी एम
- अमृत काल - 07:09 ए एम से 08:56 ए एम
- विजय मुहूर्त - 02:45 पी एम से 03:40 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 07:22 पी एम से 07:42 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 07:23 पी एम से 08:24 पी एम
आज का अशुभ मुहूर्त 3 जुलाई 2025
- राहु काल - 02:10 पी एम से 03:54 पी एम
- आडल योग - 01:50 पी एम से 05:28 ए एम, जुलाई 04
- गुलिक काल - 08:57 ए एम से 10:41 ए एम
- यमगंड - 05:28 ए एम से 07:12 ए एम
- दिशाशूल - दक्षिण, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- वर्ज्य - 08:04 पी एम से 09:34 पी एम
- विडाल योग - नहीं है
- गण्ड मूल - नहीं है
3 जुलाई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- गुरूवार का व्रत - आज आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित है।
- गुरूवार के उपाय - गुरूवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इस दिन भगवान विष्णु और भगवान बृहस्पति की पूजा करना शुभ माना जाता है। गुरूवार के दिन पीले वस्त्र धारण करने, पीले फल और पीले फूलों का दान करने से भी लाभ होता है। इसके अलावा इस दिन विद्या और ज्ञान की पूजा करने से भी ज्ञान में वृद्धि होती है। गुरूवार के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को अन्न और धन का दान करने से भी पुण्य प्राप्त होता है।
........................................................................................................गंगा सप्तमी, जिसे गंगा जयंती या जाह्नवी सप्तमी भी कहा जाता है, इसे हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र पर्व माना जाता है। यह दिन मां गंगा के पुनः प्रकट होने की कथा से जुड़ा हुआ है, जब ऋषि जाह्नु ने मां गंगा को अपने कान से पुनः प्रकट किया था।
हिंदू पंचांग के अनुसार, गंगा सप्तमी का पर्व वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं।
भानु सप्तमी एक महत्वपूर्ण दिन है, जो सूर्य देव को समर्पित है। इस दिन सूर्य देव की पूजा का विशेष विधान शास्त्रों में वर्णित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सप्तमी तिथि पर सूर्य देव अवतरित हुए थे। इसलिए इस तिथि पर सूर्य देव की पूजा और व्रत करने का विधान है।
भानु सप्तमी इस साल 4 मई, रविवार को है और इस दिन सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है। सप्तमी तिथि को बड़ा ही शुभ माना जाता है, खासकर जब यह रविवार के दिन पड़ती है। इस दिन मध्याहन के समय सूर्य देव की पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।