विद्यारंभ संस्कार बच्चे की शिक्षा यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है और भारतीय परंपरा में इसका विशेष महत्व है। मान्यता है कि ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति देखकर चुना गया शुभ मुहूर्त शिक्षा और जीवन में सफलता के लिए सकारात्मक ऊर्जा लाता है। हालांकि, जनवरी 2026 में विद्यारंभ के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। इस माह में नक्षत्रों की स्थिति मुंडन के लिए उपयुक्त नहीं रहेगी, इसलिए इस अवधि में विद्यारंभ न करने की सलाह दी जाती है। यदि आप ज्योतिष और शुभ मुहूर्त का पालन करते हैं, तो इन महीनों में विद्यारंभ संस्कार कराने से बचना चाहिए।
जनवरी 2026 में विद्यारंभ के लिए शुभ मुहूर्तों का अभाव ज्योतिषीय कारणों से माना जाता है। इस माह में वसंत पंचमी, अक्षय तृतीया, विजयदशमी या शरद पूर्णिमा जैसी विशेष शुभ तिथियांो नहीं आतीं। साथ ही पुष्य, अश्विनी, मृगशिरा जैसे शुभ नक्षत्र और अभिजीत मुहूर्त भी पर्याप्त रूप से उपलब्ध नहीं होते। राहुकाल और वर्जित समय की अधिकता तथा बच्चे की कुंडली और शुभ लग्न का अनुकूल संयोग न बन पाना भी जनवरी में विद्यारंभ के लिए मुहूर्त कम होने का प्रमुख कारण माना जाता है।
विद्यारंभ संस्कार भारतीय संस्कृति और परंपरा में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह बच्चे की शिक्षा की शुरुआत का प्रतीक होता है। यह बच्चे के जीवन में ज्ञान की प्राप्ति की दिशा में पहला कदम होता है, जो उसके भविष्य को आकार देता है। इसके अलावा: