विवाह हिंदू धर्म के सोलह संस्कारों में से एक अत्यंत महत्वपूर्ण संस्कार है, जिसे जीवन के नए, पवित्र और जिम्मेदार अध्याय की शुरुआत माना जाता है। शादी के लिए शुभ मुहूर्त और नक्षत्र का चयन करने से आपका वैवाहिक जीवन सुख, समृद्धि और स्थिरता से परिपूर्ण होता है। दांपत्य जीवन में कलह और बाधाएं कम होती हैं और जीवन के नए अध्याय की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा के साथ होती है। ऐसे में अगर आप जनवरी 2026 में शादी करने का प्लान कर रहे हैं, तो सबसे पहले शुभ मुहूर्त के बारे में अवश्य जान लें। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि जनवरी 2026 में शादी के शुभ मुहूर्त और साथ ही जानेंगे शुभ मुहूर्त में गृह प्रवेश करने का महत्व क्या है।
जनवरी 2026 में विवाह के शुभ मुहूर्त न होने का मुख्य कारण खरमास और शुक्र ग्रह का अस्त होना है। इस अवधि में सूर्य धनु राशि में रहते हैं, जिसे खरमास कहा जाता है। इस समय विवाह जैसे मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। वहीं शुक्र ग्रह, जो विवाह और दांपत्य का कारक है, जनवरी माह में अस्त रहता है, इसलिए शुभ विवाह मुहूर्त उपलब्ध नहीं होते। यद्यपि 15 जनवरी 2026 को खरमास समाप्त हो जाता है, लेकिन शुक्र ग्रह का उदय 1 फरवरी 2026 को होने के कारण जनवरी पूरा महीना विवाह के लिए निषिद्ध है। शुभ मुहूर्त फरवरी 2026 से पुनः आरंभ होते हैं।
हिंदू धर्म में विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व है। लेकिन साल में कुछ ऐसे दिन भी होते हैं जब शादी के लिए मुहूर्त देखने की जरुरत नहीं पड़ती। इन्हें अबूझ मुहूर्त कहा जाता है, जो विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए अत्यधिक शुभ माने जाते हैं। ये विशेष तिथियां है-