बाबा दूधाधारी मंदिर में सिद्ध बाबा दूधाधारी ने यहीं रहकर शिवलिंग की स्थापना की थी। यहां पर उन्होंने अनेक सिद्धियां प्राप्त कीं। सिद्धि प्राप्ति के दौरान यहाँ बाबा दूधाधारी मंदिर और उससे जुड़ा आश्रम बनाया गया। बता दें कि बाबाजी अपनी यात्रा के दौरान गंगासागर गए थे, जहां उनका निधन हो गया। उनकी इच्छानुसार आश्रम में उनकी समाधि स्थापित की गई। कहते हैं बाबा जी सभी मार्गों को अपनी समाधि के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।
मंदिर के परिसर में प्रसाद, पीने का पानी, हैंडपंप, शूज स्टोर, सोलर पैनल, बैठने की बेंच और कुआं की सुविधाएं उपलब्ध है। इसके साथ ही मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
यह मंदिर लहताई सिरसागंज उत्तर प्रदेश में स्थित है। यहां पहुंचने का निकटतम रेलवे स्टेशन बलरई,जसवंतनगर,इटावा है।