खुदाई में मिली थी मां कंकाली देवी की प्रतिमा, दर्शन के लिए उमड़ती है भक्तों की भीड़
परिचय:
आगरा-अलीगढ़ हाईवे के पास सासनी कस्बे से 3 किलोमीटर दूर स्थित यह मंदिर मां कंकाली के चमत्कारी दरबार के रूप में प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि यहां आने वाले भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है, खासकर वे जो संतान सुख की कामना लेकर आते हैं। मन्नत पूरी होने पर भक्त मां के दरबार में चांदी के सतिये चढ़ाने आते हैं।
मंदिर का नाम ‘कंकाली’ कैसे पड़ा, इस बारे में अलग-अलग मान्यताएं हैं। कुछ लोगों का मानना है कि मंदिर की दीवारों पर कंकड़ जैसे निशान हैं, जिनके कारण इसे यह नाम मिला।
यहां से गुजरने में डरते थे लोग
कई दशक पहले इस क्षेत्र को ‘एक्सीडेंट पॉइंट’ के नाम से जाना जाता था क्योंकि यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती थीं। लोगों को इस रास्ते से गुजरने में भय लगता था।
मान्यता है कि एक बार एक बाबा ने स्वप्न में देखा कि इस स्थान पर मां काली की प्रतिमा दबी हुई है। उन्होंने बताया कि अगर यहां मां की स्थापना कर दी जाए, तो यह स्थान सुरक्षित हो जाएगा। इसके बाद मंदिर की स्थापना हुई और क्षेत्र में शांति लौट आई।
शारदीय नवरात्रि का आरंभ होने जा रहा है। नौ दिन तक चलने वाले इस महापर्व में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि का पहला दिन बेहद खास माना जाता है, क्योंकि इस दिन घटस्थापना करने का विधान है।
शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है। नौ दिन के इस महापर्व में मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।
उपांग ललिता पंचमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो पंचांग के अनुसार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।
हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, चतुर्थी तिथि भगवान गणेश की तिथि है, जो ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि के देवता हैं। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि प्राप्त होती है। विनायक चतुर्थी और संकष्टी चतुर्थी दोनों ही भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने के अवसर हैं।