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काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी (Kashi Vishwanath Temple, Varanasi)

काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी (Kashi Vishwanath Temple, Varanasi)

काशी विश्वनाथ मंदिर का महत्व


काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी, हिंदू धर्म में एक प्रमुख स्थल है जिसका अत्यधिक महत्व है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और हिंदू धर्म के अनेक प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। यह मंदिर वाराणसी में स्थित है। हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए इसका दर्शन और दर्शन करने का अत्यधिक महत्व है। काशी विश्वनाथ मंदिर के महत्व को समझने के लिए हमें हिंदू धर्म के सार्वभौमिक सिद्धांतों को ध्यान में रखना चाहिए। हिंदू धर्म में काशी को विशेष महत्व दिया गया है क्योंकि यहां भगवान शिव का अस्तित्व माना गया है। भगवान शिव को शक्ति का प्रतिष्ठान माना गया है और उनका ध्यान करने से हिंदू धर्म के अनुयायियों को मुक्ति के मार्ग की प्राप्ति होती है। काशी विश्वनाथ मंदिर के चारों ओर काशी का शहर बसा हुआ है, जो कि भगवान शिव के अनुयायियों के लिए पावन माना जाता है। यहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ आती है ताकि वे भगवान शिव का दर्शन कर सकें और उनके चरणों में प्रणाम कर सकें। काशी विश्वनाथ मंदिर को हिंदू धर्म के साथ ही भारतीय संस्कृति का भी प्रतीक माना जाता है। यहां आने वाले लोग न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से पूजन-अर्चन करते हैं, बल्कि वे यहां के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को भी समझते हैं।

सम्पूर्णत: काशी विश्वनाथ मंदिर हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और विश्वास को दर्शाता है और भारतीय संस्कृति के महत्व को उजागर करता है।



काशी विश्वनाथ मंदिर की कथा:


काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी के पीछे एक दिलचस्प कथा है जो हिंदू धर्म की आध्यात्मिक परंपरा में प्रसिद्ध है। यह कथा भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा के महायज्ञ के समय की है। कथा के अनुसार, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा के बीच एक अभियोग उत्पन्न हुआ। दोनों देवताओं ने अपने आप को सर्वोच्च मानने की भावना से युद्ध करने का निर्णय किया। इस युद्ध को देखते हुए भगवान शिव ने अपने लिए एक ज्योतिर्लिंग का रूप धारण किया और उस ज्योतिर्लिंग को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। भगवान शिव की इस योजना को जानकर देवताओं ने अपने अपार शक्तियों के साथ उनकी योजना को रोकने की कोशिश की, लेकिन भगवान शिव ने अपनी अद्वितीय शक्ति के बल पर काशी में अपने ज्योतिर्लिंग को स्थापित किया। इससे प्रेरित होकर देवताओं ने भी उसकी पूजा की और वहां परिणति शुरू हुई। इस कथा के अनुसार, काशी विश्वनाथ मंदिर का स्थान प्राचीन काल से ही भगवान शिव के पवित्र ज्योतिर्लिंग की प्रतिष्ठा के रूप में माना जाता है। यहां पर भगवान शिव की अद्वितीय शक्ति और प्राचीन धार्मिक महत्व का प्रतीक है।


 

काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा विधि:


1. काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी में पूजा की विधि अत्यंत सात्विक और शुद्ध है। यहां पर पूजा का अत्यधिक महत्व है। मंदिर में पूजा ध्यानपूर्वक सम्मान के साथ किया जाता है।

2. काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा की शुरुआत श्रद्धालु ध्यान और मन की शुद्धि के साथ करते हैं। इसके बाद, पुजारी विशेष तेल, जल, धूप, चंदन और फूलों सहित विभिन्न प्रकार की सामग्री का उपयोग करके पूजा की शुरुआत करते हैं।

3. पूजा के दौरान, पुजारी और श्रद्धालु ब्रह्मांड की शांति और संरक्षण के लिए भगवान शिव की आराधना करते हैं। इसके बाद, मंदिर में शिवलिंग को स्नान कराया जाता है, उसे पुष्प, धूप, चंदन, श्रृंगार सामग्री आदि से सजाया जाता है।

4. पूजा के दौरान, भगवान शिव को मन्त्रों और स्तोत्रों से आराधना और वंदना की जाती है। इसके बाद, प्रार्थना और मंत्रों के साथ भगवान शिव को प्रसाद अर्पण किया जाता है।

5. काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा की यह विधि न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह श्रद्धालुओं को मानवता, शांति और संयम की महत्वपूर्ण शिक्षा भी देती है।


 काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश पहुँचने के लिए परिवहन सुविधाएं


वाराणसी, उत्तर प्रदेश को पहुंचने के लिए कई सुगम और सरल मार्ग हैं। निम्नलिखित मार्गों का उपयोग किया जा सकता है:

1. हवाई मार्ग (Air Route): वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट देश भर से नियमित उड़ानों की सुविधा प्रदान करता है। इससे यहां से अन्य शहर और देशों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।

2. रेल मार्ग (Rail Route): वाराणसी के लिए भारतीय रेलवे एक अच्छा परिवहन विकल्प है। यहां से उच्च गति और स्थानीय ट्रेनें वाराणसी के रेलवे स्टेशन पर आती हैं।

3. सड़क मार्ग (Road Route): उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से बस सेवाएं वाराणसी के बस अड्डों पर आती हैं। राजमार्गों और राष्ट्रीय राजमार्गों के माध्यम से भी वाराणसी पहुंचा जा सकता है।

4. जल मार्ग (Waterway): गंगा नदी वाराणसी से बहती हैं और कई पर्यटक विश्वास करते हैं कि जल मार्ग का उपयोग करके यहां पहुंचना एक अनूठा और अनुभवपूर्ण तरीका हो सकता है।

इन सभी विकल्पों में से किसी भी मार्ग का उपयोग करके आप वाराणसी पहुंच सकते हैं।



काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश के आस-पास रुकने के लिए कुछ होटल और गेस्ट हाउस की सूची निम्नलिखित है:



वाराणसी में कुछ अच्छे होटल और गेस्ट हाउस हैं जो आपको काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास ठहरने की सुविधा प्रदान कर सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख होटल और गेस्ट हाउस की सूची:

1. होटल प्रदीप: यह होटल वाराणसी के मुख्य शहर क्षेत्र में स्थित है और काशी विश्वनाथ मंदिर से करीब 1.5 किलोमीटर की दूरी पर है।

2. होटल सिद्धार्थ: यह होटल भी वाराणसी के मुख्य बाजार क्षेत्र में स्थित है और मंदिर से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर है।

3. ज़ेड ओ यू होटल वाराणसी जनपथ: यह होटल भी काशी विश्वनाथ मंदिर के निकट स्थित है और यहां से मंदिर की पैदल दूरी केवल कुछ मिनट की है।

4. गोदौलिया गेस्ट हाउस: यह एक बजट गेस्ट हाउस है जो मंदिर के पास स्थित है और आरामदायक रहने की सुविधा प्रदान करता है।

5. होटल पैलेस ऑन गंगा: यदि आप गंगा किनारे पर रुकना चाहते हैं तो यह होटल एक अच्छा विकल्प है, जो काशी विश्वनाथ मंदिर से करीब 3-4 किलोमीटर की दूरी पर है।

6. होटल ताज गंगा: यह लक्जरी होटल गंगा के किनारे पर स्थित है और काशी विश्वनाथ मंदिर से कुछ किलोमीटर दूर है।

7. होटल भैरव: यह होटल वाराणसी के मुख्य बाजार क्षेत्र में स्थित है और मंदिर से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर है।

8. गोदौलिया होम्स्टे: यदि आप बजट में रहने की सोच रहे हैं तो यह गेस्ट हाउस एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जो मंदिर के पास स्थित है।

9. होटल साराया: यह होटल भी गंगा के किनारे पर स्थित है और मंदिर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर है।

10. होटल रज्ज़ा: यह भी एक बजट होटल है जो मंदिर के पास स्थित है और आरामदायक रहने की सुविधा प्रदान करता है।

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