आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान में ॥
सुन डमरू की आवाज, गणपति जी आ गये,
रिद्धि सिद्धि को लेकर के मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान मे ॥
आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान में ॥
सुन डमरू की आवाज, कान्हा जी आ गए,
राधा माँ को लेकर के, मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान मे ॥
आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान में ॥
सुन डमरू की आवाज,विष्णु जी आ गए,
लक्ष्मी माँ को लेकर के मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान मे ॥
आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान में ॥
सुन डमरू की आवाज, ब्रम्हा जी आ गए,
माँ सरस्वती को लेकर, मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान मे ॥
आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान में ॥
सुन डमरू की आवाज, श्री राम आ गए,
सीता माँ को लेकर के, मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान मे ॥
आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान में ॥
आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे,
तेरा डम डम डमरू बोले सारे जहान में॥
सनातन धर्म में वरुण देव को जल का देवता माना जाता है।
सागर सागर पार से सिया का,
समाचार लाने वाले,
मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म का प्रमुख पर्व है। आमतौर पर हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह तिथि नवंबर या दिसंबर के महीने में आती है।
मेरा संकट कट गया जी,
मेहंदीपुर के दरबार में,