हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ(Hey Shambhu Baba Mere Bhole Nath)

शिव नाम से है,

जगत में उजाला ।

हरी भक्तो के है,

मन में शिवाला ॥


हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ,

तीनो लोक में तू ही तू ।

श्रद्धा सुमन मेरा,

मन बेलपत्री,

जीवन भी अर्पण कर दूँ ॥


जग का स्वामी है तू,

अंतरयामी है तू,

मेरे जीवन की,

अनमिट कहानी है तू ।

तेरी शक्ति अपार,

तेरा पावन है द्वार,

तेरी पूजा ही,

मेरा जीवन आधार ।

धुल तेरे चरणों की ले कर,

जीवन को साकार किया ॥

॥ हे शम्भू बाबा...॥


मन में है कामना,

कुछ मैं और जानू ना,

ज़िन्दगी भर करू,

तेरी आराधना।

सुख की पहचान दे,

तू मुझे ज्ञान दे,

प्रेम सब से करूँ,

ऐसा वरदान दे ।

तुने दिया बल निर्बल को,

अज्ञानी को ज्ञान दिया ॥

॥ हे शम्भू बाबा...॥


हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ,

तीनो लोक में तू ही तू।

श्रद्धा सुमन मेरा,

मन बेलपत्री,

जीवन भी अर्पण कर दूँ॥

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भोले भोले रट ले जोगनी (Bhole Bhole Rat Le Jogani)

भोले भोले रट ले जोगनी,
शिव ही बेड़ा पार करे,

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe)

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे,
निर्धन के घर भी आ जाना ।

गोवर्धन पूजा 2024 तिथि: कब है गोवर्धन पूजा? जानें महत्व, शुरुआत और पौराणिक कथा

दीपोत्सव दिवाली के पांच दिवसीय उत्सव का प्रमुख त्योहार गोवर्धन पूजा हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को आता है।

कार्तिगाई दीपम उत्सव से जुड़ी पौराणिक कथा

कार्तिगाई दीपम उत्सव दक्षिण भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो भगवान कार्तिकेय और शिव को समर्पित है। यह उत्सव तमिल माह कार्तिगाई की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो उत्तर भारतीय कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा तिथि को आयोजित होता है।

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