आ जाओ सरकार, दिल ने पुकारा है (Aa Jao Sarkar Dil Ne Pukara Hai)

आ जाओ सरकार,

दिल ने पुकारा है,

हारे ये नैनो के तार,

ओझल नजारा है,

आ जाओं सरकार,

दिल ने पुकारा है ॥


फितरत ज़माने की,

बड़ी ही बेगैरत है,

कोई नही यार,

तू ही हमारा है,

आ जाओं सरकार,

दिल ने पुकारा है ॥


जाऊं किस डगर पे मुझको,

नसीहत तो दीजिए,

छाया है अंधकार,

करना उजारा है,

आ जाओं सरकार,

दिल ने पुकारा है ॥


रहमत की अपनी थोड़ी,

वसीयत तो कीजिये,

कहलाते दातार,

भरा भंडारा है,

आ जाओं सरकार,

दिल ने पुकारा है ॥


‘निर्मल’ की रूह से तो,

पूछ करके देखिए,

दूजा मिले ना सार,

श्याम ही गवारा है,

आ जाओं सरकार,

दिल ने पुकारा है ॥


आ जाओ सरकार,

दिल ने पुकारा है,

हारे ये नैनो के तार,

ओझल नजारा है,

आ जाओं सरकार,

दिल ने पुकारा है ॥


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