Logo

आदि अंत मेरा है राम (Aadi Ant Mera Hai Ram)

आदि अंत मेरा है राम (Aadi Ant Mera Hai Ram)

आदि अंत मेरा है राम,

उन बिन और सकल बेकाम ॥


कहा करूं तेरा बेद पुराना,

जिन है सकल जगत भरमाना ॥


कहा करूं तेरी अनुभै बानी,

जिनमें तेरी सुद्धि भुलानी ॥


कहा करूं ये मान बड़ाई,

राम बिना सबही दुखदाई ॥


कहा करूं तेरा सांख व जोग,

राम बिना सब बंधन रोग ॥


कहा करूं दंद्रिन का सुक्ख,

राम बिना देवा सब दुक्ख ॥


दरिया कहै राम गुरू मुखिया,

हरि बिनु दुखी राम सँग सुखिया ॥

........................................................................................................
पौष में सूर्यदेव की पूजा क्यों होती है

पौष मास हिंदू पंचांग का दसवां महीना है और इसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण माना गया है। यह महीना 13 जनवरी तक रहेगा, जिसके बाद माघ महीने की शुरुआत होगी।

पौष मास है छोटा पितृ पक्ष

पौष मास को छोटा पितृ पक्ष भी कहा जाता है। सूर्यदेव के कन्या राशि में आने पर होने वाले मुख्य पितृ पक्ष के अलावा इस माह में भी श्राद्ध तथा पिंडदान के अलावा भगवान विष्णु और सूर्यदेव की पूजा का भी विशेष महत्व है।

Shyam Teri Bansi Pukare Radha Naam (श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम - भजन)

श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम

श्याम तोपे रंग डाँरू: होली भजन (Shyam Tope Rang Daaru)

नेक आगे आ,
श्याम तोपे रंग डारुं,

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang