आदितमल के पक्की रे सड़कीया,
कुजडा छानेला दोकान,
कुजडा छानेला दोकान ।
आदितमल के पक्की रे सड़कीया,
कुजडा छानेला दोकान,
कुजडा छानेला दोकान ।
घोडवा चढल अईले कवन देव,
करे लगले नरियर के मोल,
करे लगले फलवा के मोल ।
हाली हाली कर भैया मोलवा
भईले अरघीया के जून,
भईले अरघीया के जून ।
उगी ना आदितमल चमक से,
अरघ लिहीना मन से,
अरघ लिहीना मन से।
मनसा दिहीना पूराए,
मनसा दिहीना पूराए।
विसर्जन को चली रे,
चली रे मोरी मैया,
वो लाल लंगोटे वाला,
माता अंजनी का लाला,
वृन्दावन धाम अपार,
जपे जा राधे राधे,
मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन मां भगवती की विधि-विधान से पूजा की जाती है।