आये है गणेश बप्पा,
आज मोरे आंगना,
आये मोरे आंगना,
जी आये मोरे आंगना,
आये हैं गणेश बप्पा,
आज मोरे आंगना ॥
चरण पखारूँ माथे तिलक लगाऊं रे,
प्रथमे गणेश पूजा आरती सजाऊँ रे,
झोलियाँ फैलाओ मांगो,
दिल से जो है माँगना,
आये हैं गणेश बप्पा,
आज मोरे आंगना ॥
माँ को भी लाए रिद्धि सिद्धि को भी लाए,
शुभ और लाभ संग में शिव जी भी आए,
भादो का महीना शुभ है,
पावन सुहावना,
आये हैं गणेश बप्पा,
आज मोरे आंगना ॥
बल और बुद्धि साहस करते प्रदान है,
बोलो तो गणेश बप्पा बड़े ही महान है,
प्रेम से पुकारो ‘योगी’,
देव आए आंगना,
आये हैं गणेश बप्पा,
आज मोरे आंगना ॥
आये है गणेश बप्पा,
आज मोरे आंगना,
आये मोरे आंगना,
जी आये मोरे आंगना,
आये हैं गणेश बप्पा,
आज मोरे आंगना ॥
भगवान कार्तिकेय को सुब्रमण्यम, कार्तिकेयन, स्कंद और मुरुगन जैसे नामों से जाना जाता है। वे शक्ति और विजय के देवता हैं। उनकी आराधना से जीवन में सुख-समृद्धि, सफलता और सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है।
मेरे हृदये करो परवेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी ॥
मेरे कंठ बसो महारानी,
ना मैं जानू पूजा तेरी,
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
भोले बाबा जी की आँखों के तारे