आये नवरात्रे मैया, उपकार कीजिय (Aaye Navratre Maiya, Upkar Kijiye)

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये,

आये नवरात्रे मैया,

उपकार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥


माँ सिंह सवारी करके,

अब जल्दी से आ जाओ,

हर घर में ज्योतावाली,

खुशियों के दीप जलाओ,

हम दीनो पर,

ममता की बौछार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥


हम बालक मेहरावाली,

हमें अपने गले लगाओ,

परिवार पे हम बच्चो के,

अपनी ये मेहर बरसाओ,

मझधार पड़ी,

जो नैया वो भव पार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥


धन दौलत सोना चांदी,

महलों की चाह नहीं है,

हर पल सेवा मैं रहूं बस,

मेरे मन आस यही है,

इस ‘अमन’ की इतनी,

अर्ज़ी माँ स्वीकार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥


अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये,

आये नवरात्रे मैया,

उपकार कीजिये,

अब करके दया,

हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥

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मेरे संग संग चलती(Mere Sang Sang Chalti)

संकट में झुँझन वाली की,
सकलाई देखि है,

गंगा के खड़े किनारे, भगवान् मांग रहे नैया (Ganga Ke Khade Kinare Bhagwan Mang Rahe Naiya)

गंगा के खड़े किनारे
भगवान् मांग रहे नैया

नवरात्रि में कलश स्थापना कैसे करें

कलश स्थापना को शुभता और मंगल का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, कलश में जल को ब्रह्मांड की सभी सकारात्मक ऊर्जाओं का स्रोत माना गया है।

शिव योग में मनाया जाएगा शनि प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। इस साल आने वाला ‘शनि प्रदोष व्रत’ शनिवार, 24 मई को मनाया जाएगा। यह विशेष रूप से शुभ माना जा रहा है, क्योंकि यह ‘शिव योग’ में पड़ रहा है।

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