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अब किसी महफिल में जाने (Ab Kisi Mehfil Me )

अब किसी महफिल में जाने (Ab Kisi Mehfil Me )

अब किसी महफिल में जाने,

की हमें फुर्सत नहीं,

दुनिया वालो को मनाने,

की हमें फुर्सत नहीं ॥


एक दिल है जिसमे मेरा,

बस गया है सांवरा,

अब कही दिल को लगाने,

की हमें फुर्सत नहीं ।


​अब किसी महफिल मे जाने,

की हमें फुर्सत नहीं,

दुनिया वालो को मनाने,

की हमें फुर्सत नहीं ॥


ये जो आंखे है हमारी,

मिल गयी है श्याम से,

अब कही आँखे मिलाने,

की हमें फुर्सत नहीं ।


​अब किसी महफिल मे जाने,

की हमें फुर्सत नहीं,

दुनिया वालो को मनाने,

की हमें फुर्सत नहीं ॥


एक सर है झुक गया जो,

आपके दरबार में,

अब कही सर को झुकाने,

की हमें फुर्सत नहीं ।


​अब किसी महफिल मे जाने,

की हमें फुर्सत नहीं,

दुनिया वालो को मनाने,

की हमें फुर्सत नहीं ॥

BhaktiBharat Lyrics


​अब किसी महफ़िल में जाने,

की हमें फुर्सत नहीं,

दुनिया वालो को मनाने,

की हमें फुर्सत नहीं ॥

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भोला शंकर बने मदारी (Bhola Shankar Bane Madari)

भोला शंकर बने मदारी,
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भोले ऐसी भांग पिला दे, जो तन मन में रम जाए (Bhole Aisi Bhang Pila De Jo Tan Man Me Ram Jaye)

शिव समान दाता नहीं,
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भोले बाबा का ये दर (Bhole Baba Ka Ye Dar)

भोले बाबा का ये दर,
भक्तों का बन गया है घर,

भोले बाबा की निकली बारात है (Bhole Baba Ki Nikli Baraat Hai)

भोले बाबा का ये दर,
भक्तों का बन गया है घर,

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