अब किसी महफिल में जाने,
की हमें फुर्सत नहीं,
दुनिया वालो को मनाने,
की हमें फुर्सत नहीं ॥
एक दिल है जिसमे मेरा,
बस गया है सांवरा,
अब कही दिल को लगाने,
की हमें फुर्सत नहीं ।
अब किसी महफिल मे जाने,
की हमें फुर्सत नहीं,
दुनिया वालो को मनाने,
की हमें फुर्सत नहीं ॥
ये जो आंखे है हमारी,
मिल गयी है श्याम से,
अब कही आँखे मिलाने,
की हमें फुर्सत नहीं ।
अब किसी महफिल मे जाने,
की हमें फुर्सत नहीं,
दुनिया वालो को मनाने,
की हमें फुर्सत नहीं ॥
एक सर है झुक गया जो,
आपके दरबार में,
अब कही सर को झुकाने,
की हमें फुर्सत नहीं ।
अब किसी महफिल मे जाने,
की हमें फुर्सत नहीं,
दुनिया वालो को मनाने,
की हमें फुर्सत नहीं ॥
BhaktiBharat Lyrics
अब किसी महफ़िल में जाने,
की हमें फुर्सत नहीं,
दुनिया वालो को मनाने,
की हमें फुर्सत नहीं ॥
नरसिंह जयंती, जो इस साल रविवार 11 मई 2025 को मनाई जाएगी, भगवान विष्णु के चौथे अवतार नरसिंह के जन्मोत्सव के रूप में प्रसिद्ध है।
नरसिंह जयंती हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान विष्णु के चौथे अवतार भगवान नरसिंह को समर्पित है। यह पर्व वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है, जो इस साल रविवार,11 मई को पड़ रही है।
नरसिंह जयंती का पर्व भगवान विष्णु के चौथे अवतार, श्री नृसिंह भगवान के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय साल का दूसरा महीना यानी वैशाख माह चल रहा है। ये कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाएगा और इसके बाद शुरू होगा ज्येष्ठ माह। इस आम भाषा में जेठ महीना भी कहा जाता है।