अंजनी के लाल तुमको, मेरा प्रणाम हो (Anjani Ke Lal Tumko Mera Pranam Ho)

अंजनी के लाल तुमको,

मेरा प्रणाम हो,

शत शत प्रणाम,

कोटि कोटि प्रणाम हो,

अँजनी के लाल तुमको,

मेरा प्रणाम हो ॥


रूद्र रूप में तुम हो शंकर,

अति रणबाकुर रूप भयंकर,

रूद्र रूप में तुम हो शंकर,

अति रणबाकुर रूप भयंकर,

कनक भूधरा तन को प्रणाम हो,

अँजनी के लाल तुमको,

मेरा प्रणाम हो ॥


सत योजन किया सागर पारा,

तुम्हरे बल को नहीं सुमारा,

सत योजन किया सागर पारा,

तुम्हरे बल को नहीं सुमारा,

तुम तो प्रभु अतुलित बलधाम हो,

अँजनी के लाल तुमको,

मेरा प्रणाम हो ॥


अक्षय मार वाटिका उजारि,

सोने की लंका पल में है जारी,

अक्षय मार वाटिका उजारि,

सोने की लंका पल में है जारी,

दुष्ट दलन तुम वीर हनुमान हो,

अँजनी के लाल तुमको,

मेरा प्रणाम हो ॥


अंजनी के लाल तुमको,

मेरा प्रणाम हो,

शत शत प्रणाम,

कोटि कोटि प्रणाम हो,

अँजनी के लाल तुमको,

मेरा प्रणाम हो ॥

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भोले नाथ का मैं बनजारा (Bholenath Ka Main Banjara)

भोले नाथ का मैं बनजारा,
छोड़ दिया मैंने जग सारा,

मोहनी मुरति साँवरी सूरति(Mohini Murat Sanwali Surat, Aai Basau In Nainan Me)

मोहनी मुरति साँवरी सूरति,
आइ बसौ इन नैनन में ।

प्रदोष व्रत पर क्या करें या न करें

प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए किया जाता है। यह व्रत प्रत्येक महीने में दो बार, त्रयोदशी तिथि को (स्नान, दिन और रात के समय के अनुसार) किया जाता है, एक बार शुक्ल पक्ष में और दूसरी बार कृष्ण पक्ष में।

केवट राम का भक्त है(Kevat Ram Ka Bhakt Hai)

केवट राम का भक्त है
दोनों चरणों को धोना पड़ेगा,

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