अपने प्रेमी को मेरे बाबा,
इतना भी मजबूर ना कर,
तेरे होते जगवालो के,
आगे झुक जाए ना सर,
अपने प्रेमी को मेरें बाबा,
इतना भी मजबूर ना कर ॥
चौखट पे जिस दिन से कन्हैया,
सिर ये आके झुका दिया,
स्वाभिमान से जीना जग में,
तुमने हमको सीखा दिया,
जहां विश्वास के दीप जगाए,
वहां निराशा क्यू करे असर,
अपने प्रेमी को मेरें बाबा,
इतना भी मजबूर ना कर ॥
श्याम श्याम जो कहकर तुमसे,
रात दिन ही आस करें,
जग वालों को कहते फिरते,
श्याम कभी ना निराश करे,
फूल खिले जहां श्याम नाम से,
वो गुलशन ना जाए बिखर,
अपने प्रेमी को मेरें बाबा,
इतना भी मजबूर ना कर ॥
दानी होकर कैसे कन्हैया,
देना सहारा भूल रहे,
जिसका सब कुछ तुम हो कन्हैया,
वो क्यू फिर मजबूर रहे,
‘दीपक’ अर्जी तुमसे बाबा,
सुध ले लो तुम अब आकर,
अपने प्रेमी को मेरें बाबा,
इतना भी मजबूर ना कर ॥
अपने प्रेमी को मेरे बाबा,
इतना भी मजबूर ना कर,
तेरे होते जगवालो के,
आगे झुक जाए ना सर,
अपने प्रेमी को मेरें बाबा,
इतना भी मजबूर ना कर ॥
चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है, जो मां दुर्गा का नौवां स्वरूप है। मां सिद्धिदात्री शब्द का अर्थ है सिद्धियों को प्रदान करने वाली देवी। इसीलिए मां के इस रूप की पूजा-अर्चना और साधना करने से सभी कार्यों में सिद्धि मिलती है।
आज 11 अप्रैल 2025 चैत्र माह का छब्बीसवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि चतुर्दशी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर ध्रुव योग रहेगा।
आज 12 अप्रैल 2025 चैत्र माह का सत्ताईसवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि पूर्णिमा है, इसे चैत्र पूर्णिमा भी कहा जाता है। आज शनिवार का दिन है।
आज 13 अप्रैल 2025 वैशाख माह का पहला दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष तिथि प्रतिपदा है। आज रविवार का दिन है। इस तिथि पर हर्षण योग रहेगा।