अपने रंग रंगलो गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया,
दिल तुम्हारा हो गया देवा,
दिल तुम्हारा हो गया,
कुछ रहा ना मुझ में मेरा,
सब तुम्हारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
हर तरफ काली घटाएँ,
छाई अँधेरी रात थी,
बिच भंवर डोली थी नैया,
तू किनारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
हर जपूँ मैं नाम तेरा,
तेरी चोखट मिल जाए,
तुमने रख दिया हाथ सिर पे,
क्या नज़ारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
सांसो की माला बना के,
अर्पण कर दूँ मैं तुझे,
जबसे देखि सूरत ये तेरी,
जग से प्यारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
मूषक चढ़ आओ ओ देवा,
मन में दरश की प्यास जगी,
‘अर्चू’ तड़पे है तुम बिन,
जान से प्यारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
अपने रंग रंगलो गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया,
दिल तुम्हारा हो गया देवा,
दिल तुम्हारा हो गया,
कुछ रहा ना मुझ में मेरा,
सब तुम्हारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
नया व्यवसाय शुरू करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जिसमें कई चीजें शामिल होती हैं - रणनीति, कड़ी मेहनत, नवाचार और सबसे महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त। सही समय चुनना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि आपके व्यवसाय की रणनीति और योजना।
नई दुकान खोलना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे आपके भविष्य की सफलता और समृद्धि की नींव रखी जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, किसी भी नए उद्यम की शुरुआत करने से पहले शुभ मुहूर्त और तिथि का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
अप्रैल का महीना शुभता और समृद्धि का प्रतीक है, जब लोग अपने जीवन में नए लक्ष्यों को प्राप्त करने की योजना बनाते हैं। चाहे वह अपने करियर में नए अवसरों की तलाश हो, अपने सपनों का घर बनाना हो, या जीवन के नए अध्याय की शुरुआत करना हो, सही समय का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
एक बच्चे की शिक्षा यात्रा की शुरुआत एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होता है जो उसके भविष्य को आकार देता है। यह संस्कार भारतीय परंपरा में विशेष महत्व रखता है, जहां ज्योतिष के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति और शुभ योगों का ध्यान रखा जाता है I