बाबा मुझे दर्शन दें महाकाल (Baba Mujhe Darshan De Mahakal)

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

तेरा प्यारा है दरबार,

आज मुझे दर्शन दे ॥


चिंतामण सब चिंता हरते,

मंगलनाथ है मंगल करते,

तेरी उज्जैनी नगरी कमाल,

आज मुझे दर्शन दे,

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दें ॥


काल भैरव से शक्ति मिलती,

हरसिद्धि माँ हर दुःख हरती,

यहाँ राधा के संग गोपाल,

आज मुझे दर्शन दे,

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दें ॥


क्षिप्रा तट उज्जैन विराजे,

कालो के महाकाल निराले,

‘मनीष’ का पकड़ ले हाथ,

आज मुझे दर्शन दे,

मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दें ॥


मैं आया उज्जैन महाकाल,

बाबा मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

दर्शन दे मुझे दर्शन दे,

तेरा प्यारा है दरबार,

आज मुझे दर्शन दे ॥

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कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रबोधिनी एकादशी (Kaartik Maas Ke Shukl Paksh Kee Prabodhinee Ekaadashee)

ब्रह्माजी ने कहा कि हे मनिश्रेष्ठ ! गंगाजी तभई तक पाप नाशिनी हैं जब तक प्रबोधिनी एकादशी नहीं आती। तीर्थ और देव स्थान भी तभी तक पुण्यस्थल कहे जाते हैं जब तक प्रबोधिनी का व्रत नहीं किया जाता।

आ जाओ सरकार, दिल ने पुकारा है (Aa Jao Sarkar Dil Ne Pukara Hai)

आ जाओ सरकार, दिल ने पुकारा है,

मेरे राम इतनी किरपा करना, बीते जीवन तेरे चरणों में(Mere Ram Itni Kripa Karna Beete Jeevan Tere Charno Me)

मेरे राम इतनी किरपा करना,
बीते जीवन तेरे चरणों में ॥

अवध में राम आए हैं (Awadh Mein Ram Aaye Hain)

जय जय हो राम तुम्हारी

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