बजरंगबली हनुमान, तेरा जग में डंका बाज रया (Bajrangbali Hanuman Tera Jag Mein Danka Baj Raha)

बजरंगबली हनुमान,

तेरा जग में डंका बाज रया ॥


शंकर के तुम हो अवतारी,

महावीर तुम हो बलकारी,

तुमसा ना कोई बलवान,

तेरा जग में डंका बाज रया,

बजरंगबलीं हनुमान,

तेरा जग में डंका बाज रया ॥


तन पे तेरे लाल लंगोटा,

हाथ में तेरे मोटा सोटा,

तेरे रोम रोम में राम,

तेरा जग में डंका बाज रया,

बजरंगबलीं हनुमान,

तेरा जग में डंका बाज रया ॥


लंका को मिट्टी में मिलाया,

लंकापति को चक्कर आया,

रावण की घटाई शान,

तेरा जग में डंका बाज रया,

बजरंगबलीं हनुमान,

तेरा जग में डंका बाज रया ॥


जो भी तेरी शरण में आवे,

सियाराम को वो ही पावे,

यही ‘नरसी’ करे बखान,

तेरा जग में डंका बाज रया,

बजरंगबलीं हनुमान,

तेरा जग में डंका बाज रया ॥


बजरंगबली हनुमान,

तेरा जग में डंका बाज रया ॥


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बैंगन छठ की कहानी क्या है

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श्रावण मास की कामिका एकादशी (Shraavan Maas Kee Kaamika Ekaadashee)

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जिसकी लागी रे लगन भगवान में (Jiski Lagi Re Lagan Bhagwan Mein)

जिसकी लागी रे लगन भगवान में,
उसका दिया रे जलेगा तूफान में।

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