बजरंगी बलशाली,
तेरा पार ना कोई पाए,
लक्ष्मण को लगी शक्ति,
लक्ष्मण को लगी शक्ति,
संजीवनी ले आए,
बजरँगी बलशाली,
तेरा पार ना कोई पाए ॥
श्री राम की सेना में,
जब शोक लहर दौड़ी,
तब वैद्य शुषेण को तुम,
तब वैद्य शुषेण को तुम,
लंका से बुला लाए,
बजरँगी बलशाली,
तेरा पार ना कोई पाए ॥
सभा बीच विभीषण ने,
जब तुमको ललकारा,
तब फाड़ दिया सीना,
तब फाड़ दिया सीना,
सियाराम दिखलाए,
बजरँगी बलशाली,
तेरा पार ना कोई पाए ॥
सिता की खोज करी,
लंका को जला डाला,
बलबुद्धि का परिचय,
बलबुद्धि का परिचय,
तुम सब को बतलाए,
बजरँगी बलशाली,
तेरा पार ना कोई पाए ॥
बजरंगी बलशाली,
तेरा पार ना कोई पाए,
लक्ष्मण को लगी शक्ति,
लक्ष्मण को लगी शक्ति,
संजीवनी ले आए,
बजरँगी बलशाली,
तेरा पार ना कोई पाए ॥
आज 20 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का सातवां दिन है। साथ ही आज के पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। आज का दिन किसी साधारण तिथि का नाम नहीं, बल्कि यह जीवन के दुखों से मुक्ति और समृद्धि के द्वार खोलने का अवसर है।
आज 21 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का आठवां दिन है। साथ ही आज के पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। आज का दिन बुध ग्रह से प्रेरित है। जो बुद्धि, वाणी और व्यापार के क्षेत्र में सौभाग्य देने वाला है। आश्लेषा नक्षत्र की उपस्थिति इसे और अधिक रहस्यपूर्ण एवं साधना योग्य बनाती है।
आज 22 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का नौवां दिन है। साथ ही आज के पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। आज का दिन है बृहस्पति देव को समर्पित — धर्म, ज्ञान, विवाह, गुरु भक्ति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए श्रेष्ठ।
आज 23 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का दसवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष तिथि एकादशी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर शुक्ल योग रहेगा। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे।