बालाजी के चरणों में ये काम कर दिया,
एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥
कबसे थी तलाश मुझे इनके प्यार की,
आज घडी मिट गई है इंतज़ार की,
इनका नाम लेना सुबह शाम कर दिया,
मैंने इनका नाम लेना सुबह शाम कर दिया,
एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥
तुम मेरे रहो ये मेरी आरज़ू रहे,
पूजता तुम्हे ही रहूं जुस्तुजू रहे,
मन को मैंने अपना गुलाम कर दिया,
एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥
मेरे मुस्कुराने की वजह तुम तो हो,
मेरे दिल के हर आईने में तुम तो हो,
अब तो इस जुबां पे राम राम कर दिया,
मैंने अब तो इस जुबां पे राम राम कर दिया,
एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥
हिंदू धर्म में शक्ति की साधना के लिए नवरात्रि का पर्व सबसे उत्तम माना गया है।
गुप्त नवरात्रि के छठे दिन माता छिन्नमस्ता की उपासना की जाती है।
गुप्त नवरात्रि में महाविद्या बगलामुखी की पूजन विशेष तंत्र साधना का समय होता है।
महाविद्या त्रिपुर भैरवी को काली का स्वरुप माना गया है। त्रिपुर भैरवी के अनेकों नाम हैं और देवी की अनेक सहायिकाओं को भैरवी रुप में भी जाना जाता है।