बालाजी के चरणों में ये काम कर दिया,
एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥
कबसे थी तलाश मुझे इनके प्यार की,
आज घडी मिट गई है इंतज़ार की,
इनका नाम लेना सुबह शाम कर दिया,
मैंने इनका नाम लेना सुबह शाम कर दिया,
एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥
तुम मेरे रहो ये मेरी आरज़ू रहे,
पूजता तुम्हे ही रहूं जुस्तुजू रहे,
मन को मैंने अपना गुलाम कर दिया,
एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥
मेरे मुस्कुराने की वजह तुम तो हो,
मेरे दिल के हर आईने में तुम तो हो,
अब तो इस जुबां पे राम राम कर दिया,
मैंने अब तो इस जुबां पे राम राम कर दिया,
एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥
भाद्रपद मास जिसे हिंदू धर्म में त्योहारों का महीेने कहा जाता है अपने आप में एक विशिष्ट ऊर्जा और श्रेष्ठता से भरा हुआ महीना है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है।
अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं, पूजा-पाठ करते हैं और भगवान विष्णु को भोग लगाते हैं।
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