बालाजी मुझे अपने, दर पे बुलाना: भजन (Balaji Mujhe Apne Dar Pe Bulana)

बालाजी मुझे अपने,

दर पे बुलाना,

दर्शन से नैनो की,

प्यास बुझाना,

बालाजी मुझे अपना,

दर्शन दिखाना,

बालाजी मुझें अपने,

दर पे बुलाना ॥


ह्रदय में तेरे सियाराम बसे है,

राम सिया का तू है दीवाना,

चरणों में तेरे बाला,

मेरा है ठिकाना,

बालाजी मुझें अपने,

दर पे बुलाना ॥


स्वर्ग से सुन्दर धाम है तेरा,

रामसिया की सेवा काम है तेरा,

राम का तू और तेरा,

जग है दीवाना,

बालाजी मुझें अपने,

दर पे बुलाना ॥


बालाजी मुझे अपने,

दर पे बुलाना,

दर्शन से नैनो की,

प्यास बुझाना,

बालाजी मुझे अपना,

दर्शन दिखाना,

बालाजी मुझें अपने,

दर पे बुलाना ॥

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मिल कहो गर्व से हिन्दू है हम(Mil Kaho Garv Se Hindu Hain Ham)

मिल कहो गर्व से हिन्दू है हम,
यह हिन्दूस्तान हमारा,

छोटी सी कुटिया है मेरी, बालाजी तुम आ जाना (Choti Si Kutiya Hai Meri Balaji Tum Aa Jana)

छोटी सी कुटिया है मेरी,
बालाजी तुम आ जाना,

रहे संग तेरा नाम प्रभु हर पल मेरे जीवन में(Rahe Sang Tera Naam Prabhu Har Pal Mere Jeevan Mein)

रहे संग तेरा नाम प्रभु,
हर पल मेरे जीवन में,

दशहरा पूजन विधि

हर वर्ष आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजयदशमी या दशहरा का पर्व मनाया जाता है जो कि अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक माना जाता है।

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