बालाजी मुझे अपने,
दर पे बुलाना,
दर्शन से नैनो की,
प्यास बुझाना,
बालाजी मुझे अपना,
दर्शन दिखाना,
बालाजी मुझें अपने,
दर पे बुलाना ॥
ह्रदय में तेरे सियाराम बसे है,
राम सिया का तू है दीवाना,
चरणों में तेरे बाला,
मेरा है ठिकाना,
बालाजी मुझें अपने,
दर पे बुलाना ॥
स्वर्ग से सुन्दर धाम है तेरा,
रामसिया की सेवा काम है तेरा,
राम का तू और तेरा,
जग है दीवाना,
बालाजी मुझें अपने,
दर पे बुलाना ॥
बालाजी मुझे अपने,
दर पे बुलाना,
दर्शन से नैनो की,
प्यास बुझाना,
बालाजी मुझे अपना,
दर्शन दिखाना,
बालाजी मुझें अपने,
दर पे बुलाना ॥
आउंगी आउंगी मैं अगले,
बरस फिर आउंगी,
आया बुलावा भवन से,
मैं रह ना पाई ॥
आया हरियाली तीज का त्यौहार,
महीना सावन का,
आया पावन सोमवार,
चलो शिव मंदिर को जाए,