तेरी दया तेरा साया,
सदा रहता मुझ पर,
बनाएगा मेरी बिगड़ी,
मेरा भोला शंकर,
मेरा भोला शंकर ॥
है जबसे पाया मैंने,
मेरे भोले बाबा को,
ना चाहा कुछ भी,
सभी सौप दिया बाबा को,
मेरा भोला है शम्भु,
दीन है दयालु है,
है दीनानाथ शम्भु,
बहुत ही कृपालु है,
वो तो भर देता है,
सबकी ही झोली पल भर में,
ना जाने देता कभी,
ख़ाली हाथ दर पर से,
है मिल गया मुझे,
सब कुछ तेरे दर पे आकर,
बनायेगा मेरी बिगड़ी,
मेरा भोला शंकर,
मेरा भोला शंकर ॥
शरण में आपकी,
बाबा ये मेरा जीवन है,
है कृपा आपकी,
जिससे ये मेरा जीवन है,
करु सदा तेरी भक्ति,
यही अरदास मेरी,
नहीं किसी और से,
बस तुझसे ही है आस मेरी,
है भोलेनाथ शम्भु,
दीन पर नज़र कर दो,
है कठिन राह प्रभु,
मुझपे भी मेहर कर दो,
सफल हुआ है ये जीवन,
तेरी शरण आकर,
बनायेगा मेरी बिगड़ी,
मेरा भोला शंकर,
मेरा भोला शंकर ॥
तेरी दया तेरा साया,
सदा रहता मुझ पर,
बनाएगा मेरी बिगड़ी,
मेरा भोला शंकर,
मेरा भोला शंकर ॥
नमो नमो जय, नमो शिवाय
नमो नमो जय, नमो शिवाय
नन्द बाबा के अंगना देखो,
बज रही आज बधाई,
नंदभवन में उड़ रही धूल,
धूल मोहे प्यारी लगे ॥
संसार के सभी जीव-जंतु जीवित रहने हेतु भोजन पर निर्भर रहते हैं। सनातन हिंदू धर्म में देवी अन्नपूर्णा को अन्न के भंडार और इसकी पूर्ति करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। देवी अन्नपूर्णा की पूजा के पीछे एक पौराणिक कथा है।