बांके बिहारी हमें भूल ना जाना,
जल्दी जल्दी वृन्दावन,
हमको बुलाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
जपते रहे हम नाम तुम्हारा,
छूटे कभी ना हमसे वृन्दावन प्यारा,
होता रहे तेरे दर पे आना जाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
भक्ति की ऐसी लगन लगा दो,
संतो की सेवा का भाव जगा दो,
हर वर्ष उत्सव अपना यूँ ही मनवाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
कथा कीर्तन से होता जीवन पवित्र,
साधन बताते यही ‘चित्र विचित्र’,
यूँ ही लुटाना अपनी किरपा का खजाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
बांके बिहारी हमें भूल ना जाना,
जल्दी जल्दी वृन्दावन,
हमको बुलाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
जानें कौन सी तिथि पर श्राद्ध करने से मिलेगी आपके पूर्वजों की आत्मा को शांति
बिहार के गया जिले में इस वर्ष के आज से शुरू हो रहे पितृपक्ष मेले को लेकर विशेष तैयारियां पूर्ण की जा चुकी है।
गया में पितृपक्ष मेला एक अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से लाखों तीर्थ यात्रा अपने पूर्वजों का पिंडदान करने के लिए आते हैं
अद्भुत संयोगों के साथ पुनपुन में अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेला प्रारंभ, तीन पीढ़ियों तक श्राद्ध किया जाता है I