बसाले मन मंदिर में राम (Basale Maan Mandir Me Ram)

बसाले मन मंदिर में राम,

बनेंगे बिगड़े तेरे काम,

बसालें मन मंदिर में राम,

बसालें मन मंदिर में राम ॥


कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,

क्या आएगी काम,

तेरा मेरा करते करते,

तेरा मेरा करते करते,

निकल जाएंगे प्राण,

बसालें मन मंदिर में राम ॥


जिस पर होती कृपा गुरु की,

मिलता उसको ज्ञान,

जो चलता है गुरु वचनों पर,

जो चलता है गुरु वचनों पर,

मिले उसे भगवान,

बसालें मन मंदिर में राम ॥


राम नाम जीवन का सहारा,

राम बिना सुना जग सारा,

राम बिना सुना तन मन धन,

राम बिना सुना तन मन धन,

सुना तेरा ध्यान,

बसालें मन मंदिर में राम ॥


नाते तेरे सब झूठें है,

कोई ना आए काम,

साथ में तेरे कोई चले ना,

साथ में तेरे कोई चले ना,

संग चले हरी नाम,

बसालें मन मंदिर में राम ॥


बसाले मन मंदिर में राम,

बनेंगे बिगड़े तेरे काम,

बसालें मन मंदिर में राम,

बसालें मन मंदिर में राम ॥

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राम नवमी पूजा विधि

राम नवमी का त्योहार सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह त्योहार विशेष रूप से भगवान श्री राम की जयंती के रूप में मनाया जाता है।य ह त्योहार प्रत्येक वर्ष चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है।

प्रदोष व्रत की कथा (Pradosh Vrat Ki Katha )

प्राचीनकाल में एक गरीब पुजारी हुआ करता था। उस पुजारी की मृत्यु के बाद उसकी विधवा पत्नी अपने भरण-पोषण के लिए पुत्र को साथ लेकर भीख मांगती हुई शाम तक घर वापस आती थी।

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घर में पधारो गजाननजी,
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भादी मावस है आई(Bhadi Mawas Hain Aai)

भादी मावस है आई,
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